भाजपा के प्रति प्रेम दर्शाए जाने के बाद पलटे नीतीश, मीडिया पर निकाला भड़ास, कहा-गलत खबर छपेगा तो मैं बोलना बंद कर दूंगा
By एस पी सिन्हा | Published: October 21, 2023 03:24 PM2023-10-21T15:24:11+5:302023-10-21T15:30:27+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि हम मीडिया से बात ही नहीं करेंगे। जो हम नहीं बोलते हैं, वह छाप देता है। मीडिया पर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि मेरे भाषण का गलत मतलब निकाला गया है।
पटना: राष्ट्रपति की मौजूदगी में भरी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा भाजपा के प्रति प्रेम दर्शाए जाने के बाद से सियासत तेज हो गई है। नीतीश कुमार के भाषण पर उनकी पार्टी के नेता बार-बार सफाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि हम मीडिया से बात ही नहीं करेंगे। जो हम नहीं बोलते हैं, वह छाप देता है।
मीडिया पर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि मेरे भाषण का गलत मतलब निकाला गया है। मोतिहारी में केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाने को लेकर हमने दबाव बनाया था। मेरे कहने का मतलब भाजपा के साथ का बिल्कुल भी नहीं था। मेरा मतलब स्पष्ट था कि जो भी काम हुआ है, उसे याद रखिए। नीतीश कुमार ने सख्त लहजे में कहा कि अगर ऐसे ही गलत खबर छापा जाएगा तो आज अंतिम दिन है। इस तरह से गलत खबर छपेगा तो मैं बोलना बंद कर दूंगा। विपक्ष चाहे जितना अटैक करे, मुझे कोई मतलब नहीं है।
इसके साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि मेरा कहीं किसी से कोई संबंध नहीं है। मैं सिर्फ और सिर्फ अपना काम करता रहता हूं। उन्होंने कहा कि वहां मंच पर सभी दलों के नेता मौजूद थे। मेरे भाषण का गलत मतलब निकालने के बाद मीडिया द्वारा जो भी कुछ लिखा और दिखाया गया, उससे दुख हुआ। नीतीश कुमार ने कहा कि मीडिया उनकी बात छाप ही नहीं रहा है। वह तो भाजपा की बात छापता है।
उन्होंने कहा कि मैंने जो भाषण दिया था, वह अधिकारियों से जाकर पूछ लीजिये। मैंने ऐसी कोई बात बोली थी, जो आप लोगों ने चलाई। मीडिया मेरी बात को पहले तो कुछ चला देता था अब चलाता ही नहीं है। बता दें कि दो दिन पहले मोतिहारी में केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में नीतीश कुमार ने कहा था कि 2009 में केंद्र की तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार ने मोतिहारी में केन्द्रीय विश्वविद्यालय खोलने की मेरी मांग नहीं मानी थी। 2014 में जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो मोतिहारी में केन्द्रीय विश्वविद्यालय खोला गया।
नीतीश ने कार्यक्रम में बैठे भाजपा नेताओं से कहा था कि जब तक जिंदा रहेंगे तब तक उनसे संबंध रहेगा। नीतीश कुमार के इस भाषण के बाद सियासत शुरू हो गई है। राजद ने तो यहां तक कह दिया था कि नीतीश को वह दिन याद नहीं है जब वे प्रधानमंत्री के सामने हाथ जोड़ कर बिलबिला रहे थे। इस बीच सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार को कुर्सी जाने का डर सता रहा है। नीतीश कुमार के भाषण को राजद ने बहुत गंभीरता से लिया है। राजद की ओर से नीतीश को चेतावनी भी मिली है।
विधानसभा में विधायकों की जो संख्या है, उसमें राजद को अपनी पुरानी सहयोगी पार्टियां कांग्रेस और वाम दलों के साथ सरकार बना और चला लेने में बहुत परेशानी नहीं है। अहम बात ये भी है कि विधानसभा अध्यक्ष राजद के हैं। ऐसे में राजद को विधानसभा में कोई परेशानी नहीं होने वाली है।
राजद की नाराजगी के चलते पूरी जदयू सफाई देने में लगी है। राजद के एक प्रवक्ता ने यहां तक कह दिया कि नीतीश कुमार हाथ जोड़ कर बिलबिला रहे थे, लेकिन जदयू के किसी नेता की जुबान से एक शब्द नहीं निकला।