नीतीश कुमार ने फिर से पीएम बनने की महत्वाकांक्षा को नकारा कहा- यह अभी मेरे दिमाग में नहीं है...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 12, 2022 01:12 PM2022-08-12T13:12:39+5:302022-08-12T13:22:38+5:30
इससे पहले नीतीश कुमार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी के उस दावे को ‘‘बकवास व फर्जी’’ करार दिया था कि वह (नीतीश) भारत का उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे।
नई दिल्ली: बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन से बाहर निकलकर बड़े पैमाने पर राजनीतिक तूफान पैदा करने के कुछ दिनों बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा अभी उनके दिमाग में नहीं है। आज राष्ट्रीय राजधानी में पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने कहा कि वह विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश करेंगे और उन सभी को मिलकर काम करना चाहिए।
10 अगस्त को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, नीतीश कुमार ने अगले लोकसभा चुनावों को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि "वह (मोदी) 2014 में जीते थे, लेकिन क्या वह 2024 में होंगे?"
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह पीएम उम्मीदवार बनना चाहते हैं, तो उन्होंने तब भी संवाददाताओं से कहा था कि वह "किसी भी चीज के दावेदार नहीं हैं"। उन्होंने कहा, "सवाल यह है कि जो 2014 में आया वह 2024 में जीतेगा या नहीं।"
इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, "यह मेरे दिमाग में नहीं है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग क्या करते हैं और कहते हैं। भले ही मेरे करीबी लोग इसे कहें।" उन्होंने कहा, यह बहुत अच्छा होगा कि सभी विपक्षी दल एक साथ काम करें और यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना उनका काम है।
इससे पहले नीतीश कुमार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी के उस दावे को ‘‘बकवास व फर्जी’’ करार दिया था कि वह (नीतीश) भारत का उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे। पटना में गुरुवार को पत्रकारों ने नीतीश से सवाल किया कि क्या उपराष्ट्रपति नहीं बनाए जाने के कारण उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) छोड़ा। इस पर, नीतीश ने कहा था, ‘‘हमारे उपराष्ट्रपति बनने की इच्छा वाली बात बकवास है। हमारी ऐसी कोई इच्छा नहीं थी।’ राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में हमारी पार्टी ने पूरी तरह से राजग उम्मीदवार को समर्थन दिया था।