अखिल गोगोई के आवास पर NIA का छापा, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 26, 2019 07:35 PM2019-12-26T19:35:38+5:302019-12-26T19:35:38+5:30
एनआईए की विशेष अदालत ने बृहस्पतिवार को आरटीआई कार्यकर्ता और किसान नेता अखिल गोगोई को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। विशेष अदालत ने उनकी हिरासत 10 दिन बढ़ाने के लिए एनआईए की अर्जी खारिज कर दी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार आरटीआई कार्यकर्ता और किसान नेता अखिल गोगोई के गुवाहाटी स्थित आवास पर बृहस्पतिवार को छापा मारकर विभिन्न दस्तावेज और एक लैपटॉप जब्त किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एनआईए की विशेष अदालत ने बृहस्पतिवार को आरटीआई कार्यकर्ता और किसान नेता अखिल गोगोई को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। विशेष अदालत ने उनकी हिरासत 10 दिन बढ़ाने के लिए एनआईए की अर्जी खारिज कर दी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उन्हें गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत 12 दिसंबर को जोरहाट से तब गिरफ्तार किया था, जब असम में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा था। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले दिन में एनआईए ने यहां निजारापाड़ा इलाके में गोगोई के आवास की तलाशी ली और कई दस्तावेज और एक लैपटॉप जब्त किया।
कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के नेता को दिल्ली से लाया गया और यहां अदालत के समक्ष पेश किया गया। एनआईए की हिरासत शुक्रवार को खत्म हो रही थी । अखिल गोगोई विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ असम के कुछ जिलों में प्रदर्शनों को गोलबंद करने का काम रहे थे।
विभिन्न किसान संगठनों को सलाह देने वाले कार्यकर्ता अखिल को नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के दौरान गिरफ्तार किया गया था। आतंकवाद रोधी बल एनआईए के अधिकारियों ने गुवाहाटी के निजारापाडा़ इलाके में गोगोई के घर छापेमारी की और उनके पैन कार्ड की प्रतियां, एसबीआई डेबिट कार्ड, मतदाता फोटो पहचान पत्र और बैंक की पासबुक जब्त कर ली।
सुबह सात बजे खत्म हुई छापेमारी तीन घंटे तक चली, जिसके बाद गोगोई की पत्नी गीताश्री तामुली ने पत्रकारों को जब्त की गई चीजों की सूची दिखाई, जिनमें सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार द्वारा जारी पंजीकरण प्रमाण पत्र, एएसआई अधीक्षण पुरातत्वविद मिलन कुमार चौले का पत्र और "जेल डायरी 2014" समेत कई महत्वपूर्ण दस्तावेज शामिल हैं। तामुली ने कहा, "वे (एनआईए) हमारे घर में रखी फाइलें देखना चाहते थे और उनमें से कुछ को अपने साथ ले गए।
मैंने उनसे जब्त की गई चीजों की प्रतियां देने के लिये कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। मुझसे यह भी पूछा गया कि अखिल पहले जब जेल गए थे तो क्या उग्रवादियों से मिले थे।" तामुली ने कहा कि एनआईए की टीम ने काजीरंगा में केएमएसएस आर्किड पर्यावरण पार्क से संबंधित दस्तावेज भी मांगे, लेकिन उन्होंने बताया कि उन्हें उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
केएमएसएस के अध्यक्ष राजू बोरा ने बताया कि शहर के गांधी बस्ती इलाके में स्थित के कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के कार्यालय में भी छापेमारी की गई जिसमें चीन के क्रांतिकारी नेता माओ जेदोंग के जीवन पर आधारित पुस्तक और मार्क्सवादी किताब समेत नौ पुस्तकें तथा केएमएसए की पुस्तिकाएं जब्त की गईं। केएमएसएस के नेता गोगोई की एनआईए हिरासत शुक्रवार को खत्म हो रही है। उन्हें नयी दिल्ली से लाकर यहां एक अदालत में पेश किया जाएगा।
एनआईए ने गोगोई पर "आतंकवादी गतिविधियों" में शामिल होने और नागरिकता (संशोधन) विधेयक को विभिन्न समूहों के बीच द्वेष पैदा करने के लिये इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है जोकि राष्ट्रीय अखंडता के खिलाफ है। उनपर प्रतिबंधित भाकपा (माओवाद) से जुड़े होने का भी आरोप है।