केरल में एक्शन में एनआईए, पीएफआई के खिलाफ 56 जगहों पर एक साथ छापे
By विनीत कुमार | Published: December 29, 2022 09:35 AM2022-12-29T09:35:10+5:302022-12-29T10:13:22+5:30
केरल में एनआईए ने गुरुवार को 56 स्थानों पर पीएफआई कैडरों और इनसे कथित तौर पर संबंध रखने वालों के खिलाफ छापा मारा। पीएफआई को इसी साल बैन किया जा चुका है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को पीएफआई केस के तहत केरल में 56 स्थानों पर छापे मारे गए। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। सामने आई जानकारी के अनुसार पीएफआई के कैडरों से संबंध रखने वाले कई संदिग्धों के परिसरों और कार्यालयों में अभी भी तलाशी जारी है।
इसी साल सितंबर में गृह मंत्रालय ने पीएफआई पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया था। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार पीएफआई कैडरों के खिलाफ मिले विशेष इनपुट के बाद राज्य पुलिस के साथ गुरुवार तड़के छापेमारी शुरू हुई, जिन पर कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने सहित कई व्यक्तियों की हत्या का आरोप है। जिनकी हत्या के आरोप इन पर हैं, उनमें संजीत (केरल, नवंबर 2021), वी-रामलिंगम (तमिलनाडु, 2019), नंदू (केरल, 2021), अभिमन्यु (केरल, 2018), बीबिन (केरल, 2017), शरथ (कामाटक, 2017), आर. कुमार (तमिलनाडु, 2016) शामिल हैं।
गृह मंत्रालय ने इससे पहले कहा था कि पीएफआई कैडरों द्वारा शांति को भंग करने और जनता के मन में आतंक पैदा करने के उद्देश्य से इन आपराधिक गतिविधियों और नृशंस हत्याओं को अंजाम दिया गया है।
बाहरी आतंकी समूहों से भी पीएफआई कैडरों के संबंध
गृह मंत्रालय ने हाल में 'बाहरी आतंकवादी समूहों के साथ PFI के संबंधों' का भी उल्लेख किया था और कहा था कि संगठन के कुछ कार्यकर्ता इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) में शामिल हो गए हैं। मंत्रालय के अनुसार इन लोगों ने सीरिया, इराक और अफगानिस्तान में आतंकी गतिविधियों में भाग भी लिया। आईएसआईएस से जुड़े इन पीएफआई कैडर में से कुछ इन संघर्षों में मारे भी गए हैं और कुछ को राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
मंत्रालय के अनुसार पीएफआई के एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुयाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के साथ संबंध की भी जानकारी सामने आई है। बताते चलें कि इस साल अब तक पीएफआई कैडरों के खिलाफ देश भर में 150 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई है।