बिहार टॉपर पर फिर विवादः दिल्ली में कोचिंग करती थीं तो बिहार के कॉलेज में 75% अटेंडेंस कैसे?
By भारती द्विवेदी | Published: June 7, 2018 09:18 AM2018-06-07T09:18:44+5:302018-06-07T09:20:58+5:30
कल्पना कुमारी ने बिहार साइंस स्ट्रीम में 434 अंक हासिल कर पहला स्थान प्राप्त किया है।
नई दिल्ली, 7 जून: पिछले कुछ सालों से बिहार बोर्ड की परीक्षा और उसका रिजल्ट सुर्खियों का विषय रहा है। कभी परीक्षा में हो रही नकल की फोटो वायरल हो जाती है तो कभी फर्जी टॉपर। बिहार बोर्ड बारहवीं का रिजल्ट बुधवार (6 जून) को घोषित किया गया। दो दिल पहले NEET की परीक्षा में देश भर में टॉप करने वाली कल्पना कुमारी साइंस स्ट्रीम की टॉपर बनी हैं। कल्पना के कॉलेज अटेंडेंस को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।
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दरअसल कल्पना पिछले दो साल से दिल्ली में रहकर आकाश इंस्टीट्यूट कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर रही हैं। बारहवीं में एडमिशन उन्होंने ने शिवहर के तरियानी में वाईकेजेएम कॉलेज में ले रखा है। कॉलेज के नियम के मुताबिक परीक्षा में बैठने के लिए 75 फीसदी अटेंडेंस होना जरूरी है। ऐसे में जब कल्पना कॉलेज ही नहीं आई फिर उन्हें परीक्षा में बैठने कैसे दिया गया?
इससे पहले साल 2016 में ऑर्ट्स स्ट्रीम की टॉपर बनीं रूबी राय ने पूरे शिक्षा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया था। हाजीपुर की रहनेवाली रूबी ने ऑर्ट्स में पूरे बिहार में टॉप किया था लेकिन जब उनसे 'पॉलिटिकल साइंस क्या है' पूछा गया तो वो जवाब नहीं दे पाई थी। काफी आलोचना होने के बाद जब जांच बैठी तो पता चला कि पूरा बोर्ड ही टॉपर घोटाले में शामिल है। फिर रूबी राय को लेकर रिव्यू हुआ, वहां भी वो जवाब देने में असफल रही। साथ ही ये खुलासा हुआ कि जिस कॉपी को रूबी राय का बताया जा रहा है, दरअसल वो उनकी थी ही नहीं। वो किसी और ने लिखी थी।
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