महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस की सरकार बन गई है। उद्धव ठाकरे ने शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है और वह ठाकरे परिवार से मुख्यमंत्री बनने वाले पहले सदस्य बन गए हैं। इस बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बेहद करीबी नेताओं में शुमार रखने वाले जयंत पाटिल ने भी मंत्रि पद की शपथ ग्रहण की है। जयंत पाटिल का पार्टी में एक बड़ा ओहदा है, यही वजह है कि उन पर पार्टी ने विश्वास जताया है।
कौने हैं जयंत पाटिल?
जयंत पाटिल महाराष्ट्र के इस्लामपुर वालवा विधानसभा सीट से चुनकर आए हैं। वह इस सीट से छह बार विधायक रहे हैं। 1962 में जन्में पाटिल पृथ्वीराज चव्हाण कैबिनेट में ग्रामीण विकास मंत्री थे। इससे पहले वह वित्त मंत्री और गृह मंत्री भी रहे चुके हैं। जयंत पाटिल महाराष्ट्र के प्रसिद्ध नेता राजाराम बापू पाटिल के पुत्र है। 1984 में राजारामबापू पाटिल का अचानक निधन के बाद जयंत पाटिल को अमेरिका से लौटना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा था।
अपने घर लौटने के बाद उन्होंने तुरंत कोई संसदीय चुनाव नहीं लड़ा और सहकारी चीनी कारखाने के अध्यक्ष बने। सांगली क्षेत्र के समग्र विकास में लगभग छह साल काम करने के बाद पाटिल को वालवा इस्लामपुर निर्वाचन क्षेत्र से राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया। जंयत पाटिल के पिता राजाराम बापू पाटिल 1962 से 1970 और 1978 में महाराष्ट्र में मंत्री रहे हैं।
साल 2008 के नवंबर में हुए मुंबई हमले के बाद आरआर पाटिल ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद जयंत पाटिल को अशोक चव्हाण सरकार में गृह मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। महाराष्ट्र के गृह मंत्री के रूप में पाटिल ने प्रदेश पुलिस को आधुनिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।