Nawab Malik: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक के दामाद समीर खान की रविवार को मृत्यु हो गई। समीर खान सितंबर में एक दुर्घटना में घायल हो गए थे। मलिक ने इस बारे में जानकारी देते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक संदेश में कहा, ‘‘चूंकि हम इसका शोक मना रहे हैं, इसलिए अगले दो दिनों के लिए मेरे सभी कार्यक्रम स्थगित हैं। कृपया उनके लिए प्रार्थना करें।’’ मलिक 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुंबई की मानखुर्द-शिवाजीनगर सीट से राकांपा उम्मीदवार हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक ने रविवार को कहा कि उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख अजित पवार राज्य में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद निर्णायक भूमिका में होंगे। मुंबई की मानखुर्द-शिवाजीनगर सीट से राकांपा उम्मीदवार ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि महाराष्ट्र में विचारधारा की राजनीति खत्म हो गई है और कोई नहीं जानता कि कौन किस पार्टी का साथ देगा। उन्होंने दावा किया, ‘‘ऐसी भी अटकलें हैं कि राकांपा (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे हाथ मिला लेंगे।’’
मलिक को धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था और उन पर भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के करीबी लोगों के साथ संबंध रखने का भी आरोप है। मलिक का मुकाबला समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार और महा विकास आघाडी (एमवीए) समर्थित मौजूदा विधायक अबू आजमी और शिवसेना के सुरेश पाटिल से है। शिवसेना और राकांपा महायुति गठबंधन में भागीदार हैं।
गठबंधन के ही घटक दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने घोषणा की है कि वे मलिक के लिए प्रचार नहीं करेंगे। भाजपा मलिक की कटु आलोचक रही है। मलिक (65) ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी गठबंधन एमवीए के बीच कड़ी टक्कर होगी और चुनाव के बाद राकांपा प्रमुख अजित पवार निर्णायक भूमिका में सामने आएंगे।
राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से अविभाजित राकांपा ने पिछली बार 54 सीटें जीती थीं। पिछले साल अजित पवार ने शरद पवार द्वारा स्थापित राकांपा में बगावत कर दी थी, जब वह और उनके समर्थक विधायक महायुति में शामिल हो गए थे। इसके बाद अजित पवार को पार्टी का नाम और ‘घड़ी’ का चुनाव चिन्ह मिल गया। शरद पवार अब राकांपा (एसपी) के प्रमुख हैं।
शरद पवार की पार्टी एमवीए की घटक है, जिसमें कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) भी शामिल है। मलिक ने कहा कि वह तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शरद पवार के आभारी हैं कि उन्होंने 2022 में उनकी गिरफ्तारी के बाद मंत्री पद से उनका इस्तीफा नहीं मांगा, जब एमवीए सत्ता में थी। मलिक ने कहा, ‘‘मैं पहले ही कह चुका हूं कि मैं उनका आभारी हूं।
जेल से रिहा होने के बाद मैंने उद्धव जी से फोन पर बात की और पवार साहब से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की।’’ मलिक ने कहा कि वह अजित पवार के साथ हैं क्योंकि मुश्किल समय में वह (अजित) उनके साथ खड़े रहे, लेकिन उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया। मलिक ने अपने प्रतिद्वंद्वी और मौजूदा विधायक अबू आसिम आजमी पर सरकार के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया।
मलिक ने दावा किया, ‘‘उन्होंने (आजमी) विधान परिषद और राज्यसभा चुनावों में उनके लिए वोट किया था। वह निर्वाचन क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन को नियंत्रित करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनावों में मुंबई उत्तर सीट से महायुति उम्मीदवार को मानखुर्द-शिवाजीनगर विधानसभा क्षेत्र से केवल 28,000 वोट मिले थे।
मलिक ने कहा, ‘‘आप 28,000 वोटों से विधानसभा चुनाव नहीं जीत सकते। यह सच है कि महायुति ने वहां अपना उम्मीदवार (शिवसेना के सुरेश पाटिल) खड़ा किया है, लेकिन मैं अपनी इच्छा से नहीं बल्कि लोगों की इच्छा से चुनाव लड़ रहा हूं। मुझे पूरा भरोसा है कि मैं निर्वाचित हो जाऊंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मानखुर्द-शिवाजीनगर के लोग चाहते हैं कि मैं पिछले 15 सालों से मौजूदा विधायक के तहत असामाजिक तत्वों और नशीली दवाओं के खतरे के राज को खत्म करूं।’’ राकांपा नेता जुलाई से चिकित्सा आधार पर जमानत पर हैं। मलिक ने कहा, ‘‘मैं दाऊद इब्राहिम से संबंध रखने का आरोप लगाकर मुझे बदनाम करने वाले व्यक्ति पर मुकदमा करूंगा।’’ महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।