नागपुर: नागपुर के रामदासपेठ स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में आयोजित किए जा रहे में इस बार का विषय था 'क्या भारतीय मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण हो गया है?' इस कार्यक्रम का आयोजन वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी एवं लोकमत के संस्थापक संपादक जवाहरलाल दर्डा की जन्मशताब्दी एवं लोकमत नागपुर संस्करण के स्वर्ण महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में 2 अप्रैल को किया गया।
लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव में बोलते हुए टाइम्स नेटवर्क की समूह संपादक नाविका कुमार ने कहा, "आज के दौर में मीडिया पर उंगली उठाना बहुत आसान हो गया है। आज की तारीख में चैनलों की भरमार है जिसमें कुछ ऐसे भी हैं जिनका अपना एजेंडा है। ऐसे मंच होने चाहिए या नहीं इस पर मीडिया के अंदर और बाहर दोनो जगह चर्चा होनी चाहिए। लोग हम पर उंगली उठाएं इससे पहले अपना घर दुरुस्त कर लेना चाहिए।"
नाविका कुमार ने आगे कहा कि जो दूसरों को असहिष्णु कहते हैं उनकी खुद की सहिष्णुता का टेस्ट कर लिया जाए तो सब सच सामने आ जाएगा। नाविका कुमार ने कहा कि कुछ लोग मीडिया के बारे में कहते हैं कि आप तो भक्त हो गए लेकिन यही लोग बात-बात में रूठ जाते हैं। जिसके खिलाफ एक स्टोरी हो जाती है वह कहता है कि अब तो हम आपसे बात नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि विदेशी मीडिया भारत को कभी समझ नहीं सकता। हमारा देश इतना विशाल है और यहां इतनी विविधता है कि देश का भी कोई एक पत्रकार सबकुछ नहीं समझ सकता ऐसे में विदेशी मीडिया से भारत को समझने की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
बता दें कि लोकमत मीडिया समूह की ओर से खासतौर पर पत्रकारों के लिए आयोजित किया गया यह पहला नेशनल कॉन्क्लेव है। इस कॉन्क्लेव के जरिए विदर्भ के पत्रकारों को एक महत्वपूर्ण विषय पर राष्ट्रीय स्तर के नामी पत्रकारों के विचार सुनने का मौका मिलेगा।