श्रीनगर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी आज जम्मू-कश्मीर में करीब एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी कर रही है। साल 2022 के एक मामले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में 12 स्थानों पर तलाशी ली।
एनआईए विभिन्न अभियुक्त संगठनों और उनके सहयोगियों या ऑफ-शूट्स के कैडर और ओवरग्राउंड वर्कर्स द्वारा उनके पाकिस्तानी कमांडरों और संचालकों के इशारे पर की गई आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए साजिश का पता लगाने के लिए पिछले साल दर्ज एक मामले के तहत ये कार्रवाई की जा रही है।
बताया जा रहा है कि एनआईए की टीम और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर संदिग्धों और ओडब्ल्यूजी के परिसरों में तलाशी ली जा रही है।
इसी सिलसिले में पिछले साल 23 दिसंबर को एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर तलाशी ली थी। जो इस इनपुट के आधार पर दर्ज किया गया था कि तत्कालीन राज्य में विभिन्न प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आतंकवादी गतिविधियों को फैला रहे हैं।
इसके बाद जांच एजेंसी ने कुलगाम, पुलवामा, सोपोर, अनंतनाग और जम्मू जिलों में स्थानों की तलाशी ली।
गौरतलब है कि यह मामला पाकिस्तानी कमांडरों और संचालकों के इशारे और संचालकों के इशारे पर विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों और उनके सहयोगियों और ऑफ-शूट्स के कैडरों और ओजीडब्ल्यू द्वारा रची गई आतंकवादी और विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की आपराधिक साजिश से संबंधित है।
मामले में जांच कर रही एनआईए ने कहा कि वे जम्मू कश्मीर में साइबर स्पेस का इस्तेमाल कर आतंकवादी हमले करने अल्पसंख्यकों, सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने और सांप्रदायिक द्वेष फैलाने में शामिल हैं।
बता दें कि एनआईए ने पिछले साल खुद मामले का संज्ञान लेते हुए 21 जून को मामला दर्ज किया था।
पिछले साल चलाए गए तलाशी अभियान में आतंकवादी-रोधी एजेंसी ने संदिग्धों के परिसरों से विभिन्न आपत्तिजकन सामान जैसे डिजिटल डिवाइस, सिम कार्ड और डिजिटल स्टोरेज डिवाइस जब्त किए गए थे।