गुरुग्राम (हरियाणा), 16 दिसंबर राज्यसभा के एक पूर्व सदस्य ने उच्चतम न्यायालय का रुख कर यहां नमाज विवाद को लेकर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग है।
उनके इस कदम पर एक दक्षिणपंथी संगठन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया और शुक्रवार को खुले में नमाज अदा किये जाने के खिलाफ चेतावनी दी।
याचिका मोहम्मद अदीब ने दायर की है, जो गुरुग्राम निवासी हैं। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी पर आरोप लगाया है कि वे घृणा अपराधों का कारण बनने वाले साम्प्रदायिक एवं हिंसक भावनाओं पर रोक लगाने के अदालत के निदेर्शों का अनुपालन करने में नाकाम रहे हैं।
याचिका के जरिए मुख्य सचिव संजीव कौशल, डीजीपी पी.के. अग्रवाल और अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
अदीब ने कहा, ‘‘राज्य का साम्प्रदायिक तानाबाना तार-तार कर दिया गया और अदालत के कई बार के निर्देशों के बावजूद उन्होंने इसे होने दिया। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘दुखद है कि हमने राज्य मशीनरी की ओर से गंभीर निष्क्रियता देखी है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सख्त कार्रवाई की उम्मीद के साथ बुधवार को न्यायालय का रुख किया। ’’
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति ने उन पर और एक वृत्तचित्र निर्माता पर लोगों को गुमराह करने तथा उकसाने का आरोप लगाया।
संगठन ने शुक्रवार को खुले में नमाज अदा करने के खिलाफ चेतावनी भी दी। समिति के अध्यक्ष महावीर भारद्वाज ने कहा कि एक सौहार्द्रपूर्ण स्थिति में पहुंचने तक नमाज सिर्फ मस्जिदों और घरों में अदा की जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘हम धर्म पर नहीं बल्कि भूमि जिहाद पर हमला कर रहे हैं, जहां कुछ तत्व सार्वजनिक भूमि का अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहे हैं। ’’
पुलिस आयुक्त और उपायुक्त, दोनों ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
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