मुंबई: महाराष्ट्र में मचे सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को महाविकास अघाड़ी (एमवीए) का समर्थन बना रहेगा। एमवीए में शामिल पार्टी एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि एमवीए ने सीएम उद्धव ठाकरे को समर्थन देने का फैसला किया। मुंबई में उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि एक बार (शिवसेना) विधायक मुंबई लौट आएंगे तो स्थिति बदल जाएगी।
एनसीपी चीफ ने आगे कहा, सब जानते हैं कि कैसे शिवसेना के बागी विधायकों को गुजरात और फिर असम ले जाया गया। हमें उनकी मदद करने वालों का नाम लेने की जरूरत नहीं है। असम सरकार उनकी मदद कर रही है। मुझे आगे किसी का नाम लेने की जरूरत नहीं है। यहां शरद पवार का निशाना बीजेपी दल और उनके नेताओं पर था।
मुंबई: महाराष्ट्र में मचे सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को महाविकास अघाड़ी (एमवीए) का समर्थन बना रहेगा। एमवीए में शामिल पार्टी एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि एमवीए ने सीएम उद्धव ठाकरे को समर्थन देने का फैसला किया। मुंबई में उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि एक बार (शिवसेना) विधायक मुंबई लौट आएंगे तो स्थिति बदल जाएगी।
एनसीपी चीफ ने आगे कहा, सब जानते हैं कि कैसे शिवसेना के बागी विधायकों को गुजरात और फिर असम ले जाया गया। हमें उनकी मदद करने वालों का नाम लेने की जरूरत नहीं है। असम सरकार उनकी मदद कर रही है। मुझे आगे किसी का नाम लेने की जरूरत नहीं है। यहां शरद पवार का निशाना बीजेपी पार्टी और उनके नेताओं पर था।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि पूरा ऑपरेशन दिल्ली से किया जा रहा है और भाजपा के देवेंद्र फडणवीस निर्देश और साजो-सामान का समर्थन लेने के लिए दिल्ली जा रहे हैं।
राकांपा की बैठक के बाद, छगन भुजबल ने कहा कि एमवीए के पास संख्या है क्योंकि शिवसेना के किसी भी विधायक ने इस्तीफा नहीं दिया है। भुजबल ने कहा, "हम सीएम उद्धव ठाकरे के साथ खड़े हैं और आखिरी क्षण तक उनका समर्थन करेंगे। हमारे पास सरकार के लिए संख्या है क्योंकि शिवसेना के किसी विधायक ने इस्तीफा नहीं दिया है और न ही शिवसेना ने किसी को पार्टी से निष्कासित किया है।"
महाराष्ट्र संकट ने गुरुवार को संजय राउत के इस बयान से नया मोड़ ले लिया कि शिवसेना 24 घंटे में बागी विधायकों की मुंबई वापसी की महा विकास अघाड़ी सरकार छोड़ने और उद्धव ठाकरे से आमने-सामने चर्चा करने को तैयार है। राउत ने यह भी दावा किया कि वह गुवाहाटी में डेरा डाले हुए बागी विधायकों के संपर्क में थे।