मुंबई, 16 नवंबर कांग्रेस विधायक और मुंबई युवा कांग्रेस के अध्यक्ष जीशान सिद्दिकी ने पार्टी की शहर इकाई के अध्यक्ष भाई जगताप पर पार्टी के एक कार्यक्रम में उनका अपमान करने का आरोप लगाया है जिसके बाद अहम मुंबइ नगर निकाय चुनाव से पहले पार्टी संगठन में मतभेद खुलकर सामने आ गया है ।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 15 नवंबर को भेजे पत्र में सिद्दिकी ने आरोप लगाया कि वह 14 नवंबर को एक मोर्चे में शामिल होने गये थे जहां जगताप ने उनके और उनके समुदाय के विरूद्ध अपमानजनक टिप्पणी की और उस कार्यक्रम में के सी वेणुगोपाल एवं पार्टी के प्रदेश मामलों के प्रभारी एच के पाटिल भी थे।
कांग्रेस विधायक ने यह कहते हुए जगताप के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है कि उनका आचरण कांग्रेस के मूल्यों के विरूद्ध है।
पार्टी नेताओं के बीच का यह मनमुटाव अगले साल के प्रारंभ में होने जा रहे बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के चुनाव से पहले पार्टी के लिए शुभ नहीं माना जा रहा है। मुंबई की राजनीति पर कभी दबदबा रखने वाली कांग्रेस के फिलहाल महाराष्ट्र विधानसभा में शहर से बस चार विधायक हैं। बीएमसी में पार्टी तीसरे स्थान पर पहुंच गयी है।
बांद्रा पूर्वी से पहली बार विधानसभा में पहुंचे सिद्दिकी ने दावा किया कि 14 नवंबर को मध्य मुंबई में बी आर अंबेडकर के निवास ‘राजगृह’ पर कई नेताओं के पहुंचने से पहले मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष ने एक सूची तैयार की थी लेकिन मुंबई के चार कांग्रेस विधायकों में से एक तथा मुंबई युवा कांग्रेस का प्रमुख होने के बावजूद उनका नाम सूची में शामिल नहीं था।
उन्होंने कहा कि वैसे तो उनका नाम सूची में नहीं था लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उन्हें अंदर जाने दिया क्योंकि वह निर्वाचित प्रतिनिधि हैं।
सिद्दिकी ने कहा, ‘‘ जब भाई जगताप ने यह देखा तो वह दौड़कर आये और उन्होंने कहा कि कोई भी अन्य अंदर नहीं आ सकता। ’’
सिद्दिकी ने जगताप से कहा कि वह उनके अध्यक्ष है । उन्होंने पत्र में लिखा है, ‘‘(मैंने उनसे कहा) मेरी रक्षा करने के बजाय आप मेरा अपमान कर रहे हैं। यह उचित नहीं है।’’
मुंबई युवा कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि जगताप ने उनके समुदाय के विरूद्ध अपमानजनक टिप्पणी की। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया है कि जगताप ने क्या कहा।
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