मुंबई की जामा मस्जिद होगी हाईटेक, लाउडस्पीकर की जगह अब मोबाइल ऐप के जरिये घर बैठे सुना जा सकेगा अजान
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 9, 2022 02:21 PM2022-05-09T14:21:26+5:302022-05-09T14:32:25+5:30
मुंबई की जुमा मस्जिद को चलाने वाली बॉम्बे ट्रस्ट ने रविवार ऐलान किया कि वो लाउडस्पीकर प्रयोग के लिए दिये सुप्रीमकोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अब मोबाइल ऐप के जरिये अजान को लोगों के घरों तक पहुंचाएगी।
मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के द्वारा मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर बैन की विवादास्पद मुहिम के बाद मुंबई की जुमा मस्जिद को चलाने वाली बॉम्बे ट्रस्ट ने रविवार ऐलान किया कि वो अजान को हाईटेक मीडियम से लोगों के घरों तक पहुंचाएंगे।
बॉम्बे ट्रस्ट की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक बिना लाउडस्पीकर के अजान अब लोगों के घरों में सुना जा सकेगा और उसके लिए वो मोबाइल फोन ऐप बनवा रहे हैं।
ट्रस्ट के मुताबिक जिन्हें भी जुमा मस्जिद की अजान सुननी होगी वो मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने घरों में बैठे में आराम से इसे सुन सकेंगे। ट्रस्ट का कहना है कि उसने यह कदम सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए उठाया है, जिसके मुताबिक सार्वजनिक जगहों पर सुबह 6 बजे से रात के 10 बजे तक लाउडस्पीकर का प्रयोग प्रतिबंधित है।
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट के इसी दिशा-निर्देश का हवाला देते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार के सामने मांग रखी कि सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए राज्य सरकार मस्जिदों को आदेश दे कि वो अजान के लिए प्रयोग होने वाले लाउडस्पीकरों को अपने यहां से हटा दें।
समाचार वेबसाइट 'मिड-डे' के अनुसार जुमा मस्जिद के ट्रस्टी और बॉम्बे ट्रस्ट के चेयरपर्सन शोएब खतीब ने बताया कि अजान के लिए हम ऐप पर काम कर रहे हैं, जिसके जरिये अजान सीधे उसके सुनने वाले के मोबाइल पर सपहुंचाया जाएगा। उन्होंनें कहा कि अगर तकनीक ने इतनी तरक्की कर ली है तो हमें भी इसके प्रयोग के लिए पहल करनी चाहिए।
उसके साथ ही शोएब खतीब ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा लाउडस्पीकर के प्रयोग संबंधी लगाये गये प्रतिबंध को हम स्वीकार करते हैं और यही कारण है कि हम अजान के लिए मोबाइल ऐप बनाने की दिशा में गंभीरता से काम कर रहे हैं।
बीते अप्रैल में मनसे प्रमुख राज टाकरे ने उद्धव सरकार को चेतावनी देते हुए कहा ता कि वो अजान के खिलाफ नहीं है लेकिन चूंकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा सार्वजनिक जगहों पर लाउडस्पीकर के प्रयोग को प्रतिबंधित किया गया है। इसलिए महाराष्ट्र सरकार का ये फर्ज बनता है कि वो कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए अजान के लिए लाउडस्पीकर को प्रतिबंधित करे और मुंबई पुलिस इस मामले में कार्रवाई करते हुए सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतरवाने का काम करे।
इसके बाद राज ठाकरे ने कहा कि था कि अगर 4 मई को किसी भी मस्जिद से लाउजस्पीकर के जरिये अजान की आवाज आयी तो मनसे कार्यकर्ता मस्जिद के सामने दोगुने आवाज में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
इस मामले में मुंबई सहित महाराष्ट्र में मनसे कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर ऐसा ही किया और उस मामले में मुंबई पुलिस ने कई मनसे कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया।
इसके अलावा औरंगाबाद में राज ठाकरे के दिये भाषण को आपत्तिजनक मानते हुए मुंबई पुलिस उनके खिलाफ ऐक्शन लेने के भी मूड में है।