मध्यप्रदेश: कमलनाथ के करीबियों के ठिकानों पर आयकर के छापे आज भी जारी, रात भर चलती रही दस्तावेजों की जांच
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 8, 2019 07:52 AM2019-04-08T07:52:21+5:302019-04-08T07:52:21+5:30
आयकर विभाग के करीब 200 अधिकारियों की टीम ने रविवार तड़के 3 बजे इन परिसरों पर छापेमारी शुरू की थी।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों से जुड़े ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी अब भी जारी है। आयकर विभाग ने सोमवार तड़के भई कमलनाथ के पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के करीबी अश्विनी शर्मा के घर पर तलाशी अभियान जारी रखा। रिपोर्ट्स के अनुसार रात भार इन ठिकानों पर दस्तावेजों की भी जांच चलती रही। इससे पहले कमलनाथ से जुड़े लोगों के दिल्ली और मध्यप्रदेश स्थित 50 ठिकानों पर रविवार सुबह आयकर विभाग ने छापे मारे, जिससे खलबली मच गई।
अधिकारियों ने बताया कि आयकर अधिकारियों ने इंदौर, भोपाल और दिल्ली (ग्रीन पार्क) में छापेमारी की। जिन लोगों पर छापेमारी की गई उनमें कमलनाथ के पूर्व विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) प्रवीण कक्कड़, पूर्व सलाहकार राजेंद्र मिगलानी और उनके रिश्तेदार से जुड़ी कंपनी मोजर बेयर तथा उनके भांजे रातुल पुरी की कंपनी शामिल है। सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी लोकसभा चुनाव के आलोक में संदिग्ध हवाला धन की आवाजाही और कर चोरी के मामले में की गई है।
Bhopal: I-T raid still underway at the residence of Ashwin Sharma, associate of Praveen Kakkar (OSD to Madhya Pradesh CM). #MadhyaPradeshpic.twitter.com/ZEWDfze2j3
— ANI (@ANI) April 8, 2019
दिल्ली से पहुंची आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम ने इंदौर में कक्कड़ के विजय नगर क्षेत्र स्थित आवास और उनसे जुड़े अन्य परिसरों पर छापोमरी की। सूत्रों ने बताया कि छापेमारी में जब्त दस्तावेजों की जांच जारी है। सूत्रों ने कहा कि कोलकाता के कारोबारी पारसलाल लोढ़ा के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। आयकर विभाग के करीब 200 अधिकारियों की टीम ने रविवार तड़के 3 बजे इन परिसरों पर छापेमारी शुरू की। सूत्रों के मुताबिक छापों में संदिग्ध निवेश के दस्तावेजों के साथ ही बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने की भी खबरें हैं।
कौन हैं प्रवीण कक्कड़?
मध्यप्रदेश पुलिस के पूर्व अधिकारी प्रवीण कक्कड़ को राज्य में कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद कमलनाथ का ओएसडी नियुक्त किया गया था। इससे पहले संप्रग सरकार के समय वह पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के ओएसडी थे। कक्कड़ का परिवार हॉस्पिटैलिटी समेत विभिन्न क्षेत्रों के कारोबार से जुड़ा है। लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ और मिगलानी ने इस्तीफा दे दिया था।
राजनीतिक पारा गर्माया
छापेमारी की इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक पारा गर्मा गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा, ''जिस तरह छापे मारे गए, उससे स्पष्ट है कि मोदी सरकार आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद अफसरों को कठपुतली की तरह कांग्रेस के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है।'
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया, 'भाजपा सरकार राजनीतिक रंजिश के चलते पूरे देश में विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रही है।'
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, 'मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सचिव के घर से आयकर विभाग के छापे में करोड़ों रुपए की काली कमाई बरामद हुई। इससे एक बात साफ हो गई कि जो चोर है, उसे ही चौकीदार से शिकायत है।'
सीआरपीएफ की भी ली गई मदद
आयकर विभाग की छापामारी के दौरान आमतौर पर स्थानीय पुलिस की मदद ली जाती है, लेकिन इंदौर में आज मारे गए छापों के दौरान सीआरपीएफ के हथियारबंद जवानों की भी तैनाती देखी गई। सूत्रों के मुताबिक, प्रवीण कक्कड़ के इंदौर स्थित घर पर छापेमारी के दौरान कक्कड़ के घर के बाहर सीआरपीएफ का बंदूकधारी जवान पहरा देता नजर आया। पुलिस की स्थानीय टुकड़ी को कक्कड़ के घर से करीब 200 मीटर दूर तैनात देखा गया।