बांग्लादेश के जेल में 11 महीने से बंद है मां-बेटी, तांत्रिक के पास जाने के दौरान पकड़ी गईं थीं
By भाषा | Updated: September 20, 2021 21:31 IST2021-09-20T21:31:07+5:302021-09-20T21:31:07+5:30

बांग्लादेश के जेल में 11 महीने से बंद है मां-बेटी, तांत्रिक के पास जाने के दौरान पकड़ी गईं थीं
कृष्णगंज (पश्चिम बंगाल), 20 सितंबर पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि एक तांत्रिक से मिलने जाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के दौरान पकड़ी गईं और करीब साल भर से बांग्लादेश की जेल में बंद मां-बेटी को वापस लाने की कोशिशें की जा रही हैं।
मंसूर अली मंडल ने बताया कि उनकी नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी शोभा खातून 11 महीने पहले अचानक से बीमार पड़ गई और उसके लक्षण अजीब थे। वे सरहद के पास कृष्णगंज ब्लॉक के बर्नपुर कुलोपारा में रहते हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने परिवार से कहा कि किसी बुरी आत्मा ने शोभा को पकड़ लिया है और वे उसे पड़ोसी गांव बेनीपुर में एक तांत्रिक के पास उसे ले जाएं, जो बांग्लादेश में है।
अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र के कुछ भारतीय गांव कंटीले बाड़ के बाहर हैं, जिनमें बर्नपुर कुलोपारा भी शामिल है। उनके मुताबिक, ऐसे गांवों और बांग्लादेश के बीच कुछ छोटे स्तंभों को छोड़कर कोई अवरोधक नहीं है, जो दोनों देशों का सीमांकन करते हैं।
उन्होंने कहा कि शोभा और उनकी मां गोलेबीबी ने सीमा पार कर तो ली लेकिन उन्हें बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के जवानों ने पकड़ लिया। तब से मां-बेटी पड़ोसी देश की एक जेल में बंद हैं।
जिला पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्हें वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं और बांग्लादेश सरकार भारतीय अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि हाल में, बांग्लादेश के अधिकारियों ने उनकी पहचान सत्यापित करने के लिए भारतीय अधिकारियों से संपर्क किया था।
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय अधिकारियों ने उनकी पहचान सत्यापित कर ली है और उन्हें 10 दिनों के अंदर वापस लाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जल्द ही बीजीबी के साथ समन्वय करके गेदे सीमा चौकी पर उन्हें सौंपने के लिए एक तारीख तय करेगी।
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