नयी दिल्ली, 28 मई ब्लैक फंगस के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली दवा एम्फोटेरिसिन-बी की 50 हजार से अधिक शीशियां विदेश से भारत लाई जा चुकी हैं।
रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
एम्फोटेरिसिन-बी का इस्तेमाल ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) बीमारी के इलाज के लिए किया जाता है।
मंडाविया ने ट्वीट किया, “एम्फोटेरिसिन-बी की 50 हजार शीशियां मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंची। हम देश में इसकी जरूरत को पूरा करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। कोविड-19 से मुकाबले में भारत का सहयोग करने के लिए मैं गिलियड साइंसेज और मायलन को धन्यवाद देता हूं।”
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने बृहस्पतिवार को घोषणा की थी कि सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय संस्थानों को एम्फोटेरिसिन-बी की अतिरिक्त 80 हजार शीशियां आवंटित की गई हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।