Mohamed Muizzu India Visit: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू आज यानि रविवार, 6 अक्टूबर को भारत आ रहे हैं। मोहम्मद मुइज्जू की यह यात्रा पांच दिनों के लिए होगी जिसमें वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। 6-10 अक्टूबर तक मुइज्जू अपने राजकीय दौरे पर है जिसके लिए उन्हें आधिकारिक निमंत्रण भेजा गया था।
पदभार ग्रहण करने के बाद, यह मुइज्जू की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी, जिसके दौरान वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठकें करने वाले हैं। इस साल की शुरुआत में, मालदीव के राष्ट्रपति ने 9 जून को यहां राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री मोदी और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था। इससे पहले, उन्होंने पिछले साल 1 दिसंबर को दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी।
मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से कहा गया है, "राष्ट्रपति डॉ मुइज्जू मालदीव के विकास और वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे देश के लिए एक गतिशील और सक्रिय विदेश नीति सुनिश्चित हो सके। चर्चा द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को और बढ़ाने पर केंद्रित होगी।"
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि मालदीव के राष्ट्रपति अपने देश के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुंबई और बेंगलुरु भी जाएंगे, जहां उनकी व्यापारिक बैठकें होंगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, "यह यात्रा दर्शाती है कि भारत मालदीव के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है। इससे दोनों देशों के बीच सहयोग और लोगों के बीच मजबूत संबंधों को और गति मिलने की उम्मीद है।"
पांच दिनों में कहां-कहां जाएंगे मालदीव के राष्ट्रपति?
- राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के कार्यक्रम के मुताबिक, वह रविवार को भारत में आने के बाद सबसे पहले भारतीय राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे।
- उसके बाद कई अलग-अलग मुद्दों पर मुइज्जू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे।
- दिल्ली के अलावा मोहम्मद मुइज्जू बेंगलुरू और मुंबई जाने वाले हैं।
मालूम हो कि पिछले साल दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव के बावजूद भारत इस द्वीपीय देश को विकास सहायता प्रदान करने वाला प्रमुख प्रदाता बना हुआ है, जिसके तहत भारत द्वारा वित्तपोषित कई परियोजनाएं देश के हजारों लोगों के जीवन को लाभ पहुंचा रही हैं।
मुइज्जू की यात्रा को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि 2023 में उनके 'इंडिया आउट' चुनाव प्रचार के तहत पदभार ग्रहण करने के बाद भारत और मालदीव के द्विपक्षीय संबंधों में गिरावट आई है। नवंबर 2023 में पदभार ग्रहण करने के बाद, मुइज्जू ने भारत से अपने सैन्य कर्मियों को अपने देश से वापस बुलाने का अनुरोध किया।