नरेंद्र मोदी की 25 मई को शपथ की तैयारी! 26 मई को कर सकते हैं मन की बात
By हरीश गुप्ता | Published: May 18, 2019 07:55 AM2019-05-18T07:55:33+5:302019-05-18T07:55:33+5:30
जोरदार जीत और बहुमत के साथ सरकार बनाने के दावे के बाद मोदी ने संकेत देने की शुरुआत इस बयान से की कि 'कामकाज, जितनी जल्दी हो सकेगा, प्रारंभ किया जाएगा.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही भाजपा मुख्यालय पर शुक्रवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सवालों के जवाब न दिए हों. लेकिन, उन्होंने 23 मई को चुनाव परिणामों के बाद उठाए जाने वाले अनेक कदमों के साफ संकेत दे दिए. संकेतों के मुताबिक 25 मई को दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने को तैयार दिख रहे मोदी 26 मई की सुबह 11 बजे देश की जनता के साथ 'मन की बात' कर सकते हैं.
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने दोबारा सरकार के गठन के बाद अगले 100 दिन के कामकाज का ब्ल्यू प्रिंट तक तैयार करके रखा है. जोरदार जीत और बहुमत के साथ सरकार बनाने के दावे के बाद मोदी ने संकेत देने की शुरुआत इस बयान से की कि 'कामकाज, जितनी जल्दी हो सकेगा, प्रारंभ किया जाएगा.'
निश्चित तौर पर उनका इशारा 2014 से शुरू हुए पिछले कार्यकाल की तरफ था, जब 16 मई को चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद उन्हें मंत्रिमंडल के गठन में 10 दिन लग गए थे. इस बार वह तत्काल सरकार बनाकर फिर सबकी नकेल कसने में जुट जाएंगे. सूत्रों के मुताबिक अगर भाजपानीत राजग बहुमत से थोड़ा सा ही पीछे रही तो मोदी बिना गाजे-बाजे के शपथ लेंगे और अगले दिन जनता से 'मन की बात' करेंगे.
2014 में सत्ता में आने के बाद मोदी ने इस कार्यक्रम के जरिये जनता से 53 बार संवाद साधा था. वैसे कार्यक्रम का जारी रहना चुनाव परिणामों पर निर्भर होगा. पिछले पांच साल में ल्यूटन की दिल्ली और खान मार्केट गैंग से दो-चार होने में कामयाब मोदी इस मर्तबा सरकार गठन में जरा भी देरी नहीं करना चाहते. उनकी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिले न मिले, सबसे बड़ी पार्टी के नेता के तौर पर राष्ट्रपति उन्हें ही सरकार बनाने का पहला निमंत्रण देंगे. 24 मई को 17वीं लोकसभा के गठन की अधिसूचना के बाद यह होगा.
सांसदों को आदेश
भाजपा ने अपने तमाम प्रत्याशियों को सूचना दे दी है कि सांसद के तौर पर जीत की घोषणा होते ही वह तत्काल निर्वाचन अधिकारी से निर्वाचन प्रमाणपत्र लेकर 24 मई को दिल्ली पहुंच जाएं.
शाह का संकेत
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी यह कह ही रखा है, ''अगर हमारे एजेंडा से सहमत हों तो सभी गैर-भाजपा गैर-राजग दल भी राजग से जुड़ सकते हैं. हमारे दरवाजे सबके लिए खुले हैं.''