VIDEO: रुद्रप्रयाग-मदमहेश्वर रास्ते में पुल बहा, 100 तीर्थयात्री फंसे, हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 26, 2024 12:56 PM2024-07-26T12:56:04+5:302024-07-26T12:58:43+5:30
VIDEO Rudraprayag-Madmaheshwar Bridge: टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र में बारिश से बालगंगा नदी उफान पर आ गयी और उसने बूढ़ाकेदार क्षेत्र में काफी तबाही मचाई जहां नदी का पानी कई घरों में घुस गया।
VIDEO Rudraprayag-Madmaheshwar Bridge: देश के कई राज्य में बारिश और बाढ़ से हालात खराब हो गया है। उत्तराखंड में बारिश से जनजीवन बेहाल है। ट्रैकिंग मार्ग पर भारी बारिश और भूस्खलन के कारण मंदिर की यात्रा रोक दिए जाने के बाद उत्तराखंड में मद्महेश्वर मंदिर के पास कम से कम 100 तीर्थयात्री और स्थानीय लोग फंसे हुए थे। लगातार बारिश के बीच मारकंडा नदी पर बना एक अस्थायी लकड़ी का पुल बह गया, जिससे मंदिर की यात्रा और भी बाधित हो गई। उत्तराखंड में पंच केदार मंदिरों के समूह का हिस्सा है और 11,473 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
#Breaking: रुद्रप्रयाग के मद्महेश्वर धाम में हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू शुरू... तीर्थयात्रियों समेत करीब 100 लोग फंसे, मार्कण्डेय नदी पर बना पुल बहने से फंसे।#Rudraprayag#Rain#Monsoon#Rescuepic.twitter.com/ZU7VAT2XFT
— News18 Uttar Pradesh (@News18UP) July 26, 2024
उत्तराखंड में विभिन्न इलाकों में जारी बारिश के बीच रुद्र प्रयाग जिले में मदमहेश्वर के पैदल रास्ते पर गोडार में एक पुल बह गया। यमुनोत्री धाम के पास जानकीचट्टी में अत्यधिक वर्षा होने से यमुना के बढ़े जलस्तर को देखते हुए नदी के आसपास के क्षेत्रों को खाली कराया जा रहा है।
हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू शुरू हो गया है। तीर्थयात्रियों समेत करीब 100 लोग फंस गए हैं। टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र में बारिश से बालगंगा नदी उफान पर आ गयी और उसने बूढ़ाकेदार क्षेत्र में काफी तबाही मचाई जहां नदी का पानी कई घरों में घुस गया।
राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) से मिली जानकारी के अनुसार, बारिश के कारण रूद्रप्रयाग—मदमहेश्वर पैदल रास्ते पर गोडार में नदी पर बना एक पुल बह गया। हालांकि, मदमहेश्वर रास्ते में मौजूद लोग सुरक्षित बताए जाते हैं। एसडीआरएफ ने बताया कि उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री धाम के पास जानकीचट्टी में अत्यधिक बारिश से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया।
रुद्रप्रयाग - पुल बहने से तीर्थयात्रियों समेत 100 लोग फंसे
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) July 26, 2024
➡मद्महेश्वर ट्रैक पर गोडार के पास वैकल्पिक पुल बहा
➡SDRF की टीम हेलीकॉप्टर से लोगों को रेस्क्यू कर रही
➡लोगों को रेस्क्यू करके रांसी ले जाया जा रहा है.#Rudraprayagpic.twitter.com/Kci6qI3W9u
उसका पानी जानकीचट्टी पार्किंग में भी आ गया जिसमें कुछ दोपहिया वाहन बह गए। एसडीआरएफ और पुलिस द्वारा नदी के आसपास के इलाकों को सुरक्षा की दृष्टि से खाली कराया जा रहा है। टिहरी में भिलंगना क्षेत्र के बूढ़ाकेदार में जखाना, तोली और गेन्बाली गांवों में बृहस्पतिवार रात जमकर बारिश हुई जिससे बालगंगा नदी में उफान आ गया और ग्रामीणों के खेत, पुल और संपर्क मार्ग नदी के पानी से क्षतिग्रस्त हो गए। सड़क किनारे बसे गांवों के कई मकानों और दुकानों में भी नदी का पानी घुस गया ।
ग्रामीणों का कहना है कि वे समय रहते घरों से निकल कर सुरक्षित स्थान पर आ गए, अन्यथा जनहानि भी हो सकती थी । बारिश से तबाही की सूचना मिलने के बाद तड़के नायब तहसीलदार बिरम सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का निरीक्षण किया । टिहरी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लोगों को नदी किनारे जाने से रोका जाए ।
राज्य के अनेक हिस्सों के अलावा देहरादून में भी बारिश हो रही है। देहरादून जिले में बादलों की गर्जन और बिजली के चमकने के साथ भारी बारिश के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के पूर्वानुमान को देखते हुए शुक्रवार को जिलेभर के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे ।
जिलाधिकारी सोनिका ने एनडीएमए के देहरादून के लिए भारी बारिश के आरेंज अलर्ट के मद्देनजर एहतियातन शुक्रवार को कक्षा एक से 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल तथा आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे जाने का आदेश पहले ही दे दिया था।