दिल्ली में स्कूलों के फिर से खुलने पर अभिभावको की मिली-जुली प्रतिक्रिया
By भाषा | Updated: October 27, 2021 20:20 IST2021-10-27T20:20:45+5:302021-10-27T20:20:45+5:30

दिल्ली में स्कूलों के फिर से खुलने पर अभिभावको की मिली-जुली प्रतिक्रिया
नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार से सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति देने के डीडीएमए के कदम पर अभिभावकों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ लोगों ने इसे पढ़ाई के नुकसान की भरपाई के लिए आवश्यक बताया वहीं कुछ ने त्योहारों को लेकर कोविड के खतरे और प्रदूषण के स्तर को लेकर चिंता जताई।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने बुधवार को फैसला किया कि 50 प्रतिशत छात्रों के साथ एक नवंबर से सभी कक्षाओं के लिए स्कूल फिर से खुलेंगे। हालांकि कक्षाएं ‘हाइब्रिड’ तरीके से जारी रहेंगी और किसी भी छात्र को कक्षा में उपस्थित होने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा।
महामारी के कारण 19 महीने से अधिक समय से स्कूल बंद हैं। चार्टर्ड एकाउंटेंट रोहित गुप्ता ने कहा, "इसकी काफी जरूरत थी। हम अब जानते हैं कि हमें कोविड के साथ रहना सीखना होगा। यह आवश्यक था कि स्कूल फिर से खुलें क्योंकि पढ़ाई को भारी नुकसान हुआ है और उसकी भरपाई का यही एकमात्र तरीका है।’’
अखिल भारतीय अभिभावक संघ (एआईपीए) के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल का कहना है कि सभी कक्षाओं के लिए स्कूल पहले ही खुल जाने चाहिए थे। उन्होंने कहा, ‘‘छात्रों, विशेष रूप से सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली में, को हुए नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती। कभी नहीं से देर भली।’’
कुछ अभिभावकों ने फैसले के समय को लेकर सवाल किया। उन्होंने कहा कि कोविड के खतरे के साथ ही त्योहारों में भारी भीड़ होगी। महामारी से पहले भी हर साल नवंबर में खतरनाक प्रदूषण के स्तर के कारण स्कूलों को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ता था। डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ हिमांशु ने कहा, "स्कूलों को कुछ और सप्ताह के लिए बंद रखना चाहिए था।
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