महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास आघाड़ी के मंत्रियों में मंत्रालयों का बंटवारा गुरुवार को होने की पूरी संभावना है. मंत्रिमंडल विस्तार के दो दिन बाद शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं ने सचिवालय में बैठक की। इस बैठक में विभागों के बंटवारे पर चर्चा की गई है। माना जा रहा है कि गुरुवार को इसकी घोषणा की जा सकती है। बुधवार को गृह मंत्रालय समेत कई विभागों पर खींचतान की वजह से मंत्रालयों का वितरण नहीं हो सका था। हालांकि अब इसका समाधान निकाल लिया गया है।
सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि एक-दो दिन में मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी। ठाकरे सरकार में 33 कैबिनेट और 10 राज्यमंत्री हैं। उस हिसाब से हर कैबिनेट मंत्री को एक ही मंत्रालय दिए जाने की संभावना है, जबकि राज्यमंत्रियों को एक से ज्यादा मंत्रालय सौंपे जा सकते हैं।
बताया जाता है कि दिलीप वलसे पाटिल को श्रम मंत्रालय, जितेंद्र आव्हाड़ को गृहनिर्माण, धनंजय मुंडे को सामाजिक न्याय और छगन भुजबल को अन्न एवं नागरी आपूर्ति मंत्रालय दिया जाएगा। नवाब मलिक को उत्पाद शुल्क (आबकारी), हसन मुश्रीफ को ग्रामविकास, जयंत पाटिल को जलसंधारण और बालासाहब पाटिल को सहकारिता मंत्रालय आवंटित किया जा सकता है।
एनसीपी और शिवसेना के बीच गृह मंत्रालय को लेकर खींचतान थी। ऐसे में शिवसेना गृह विभाग देने के लिए राजी हो गई है, लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार के सामने असल सवाल है कि इस महत्वपूर्ण विभाग को वो किसे सौंपे।