सुषमा स्वराज की ट्रोलिंग पर महबूबा मुफ्ती ने उठाई आवाज, खुद हो गईं ट्रोल!
By आदित्य द्विवेदी | Published: July 1, 2018 03:23 PM2018-07-01T15:23:37+5:302018-07-01T15:23:37+5:30
महबूबा मुफ्ती ने लिखा जब एक केंद्रीय मंत्री को ऐसे निशाना बनाया जा रहा है तो दूसरी साधारण औरतों का क्या होगा?
नई दिल्ली, 1 जुलाईः जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर सुषमा स्वराज को ट्रोल किए जाने पर आवाज उठाई तो खुद ही ट्रोल हो गईं। रविवार को उन्होंने लिखा था कि जब एक केंद्रीय मंत्री पर ऐसे निशाना साधा जा रहा है तो किसी आम महिला का क्या होगा? इस पर कई ट्विटर यूजर ने उन्हें कठुआ केस पर घेरना शुरू कर दिया।महबूबा के ट्वीट पर एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि हर जगह महिला विक्टिम कार्ड खेलना सही नहीं है। एक और यूजर ने कहा कि ये ट्रोलिंग नहीं लोगों का फीडबैक है।
शनिवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ट्विटर पर फिर से ट्रोल हुई थी। कई यूजर ने उनपर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया। सुषमा के पति स्वराज कौशल ने एक ट्विटर यूजर का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि वो मंत्री जी को 'मुस्लिम तुष्टीकरण' नहीं करने के बारे में समझाएं। सुषमा स्वराज ने भी कुछ ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, 'दोस्तो, मैंने कुछ ट्वीटों को लाइक किया है। यह पिछले कुछ दिनों से हो रहा है। क्या आप ऐसी ट्वीटों को जायज ठहराते हैं।'
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Horrified by the vicious trolling @SushmaSwaraj ji has been subjected to . Absolutely outrageous! If our own Minister of External Affairs is not spared, what hope is there for any other woman?
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) July 1, 2018
इससे कुछ ही दिन पहले सुषमा को पासपोर्ट जारी करने को लेकर विवाद के सिलसिले में ट्रोल किया गया था। यह पासपोर्ट उस महिला को जारी किया था जिसने अन्य धर्म के मानने वाले से विवाह किया था। इस दंपती ने लखनऊ के पासपोर्ट सेवा केन्द्र में कार्यरत विकास मिश्रा पर उन्हें पासपोर्ट आवेदन को लेकर अपमानित करने का आरोप लगाया था। विवाद के बाद मिश्रा का स्थानांतरण कर दिया गया था।
इस दंपती ने दावा किया कि मिश्रा ने महिला के पति से कहा कि वह हिन्दू धर्म अपना ले। अधिकारी पर यह भी आरोप लगाया कि उसने महिला को एक मुस्लिम से विवाह करने को लेकर आड़े हाथ लिया। बाद में पुलिस एवं एलआईयू (स्थानीय खुफिया इकाई) की रिपोर्ट में पाया गया कि महिला ने जो पता दिया था, वह उस जगह पिछले एक साल से नहीं रह रही थी।
सोशल मीडिया के एक वर्ग ने मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुषमा एवं मंत्रालय पर हमला बोला और कहा कि वह तो महज अपनी ड्यूटी कर रहा था। इस बारे में जो भी ट्वीट किये गये, उनमें से कई को सुषमा ने फिर से ट्वीट किया। यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्रालय ट्रोल करने वालों के खिलाफ किसी कार्रवाई पर विचार कर रहा है, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘विदेश मंत्री ने इस प्रकार के दुर्भावनापूर्ण ट्वीट और ट्रोल करने का अपने तरीके से जवाब दिया था। मुझे नहीं लगता कि मेरे पास इस बारे में कहने के लिए कुछ और है।’’
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