कोविड-19 के प्रति मेदांता अस्पताल के चेयरमैन ने किया आगाह, कहा- और भी प्रभावी होंगे नए वेरिएंट
By मनाली रस्तोगी | Published: October 19, 2022 07:58 PM2022-10-19T19:58:58+5:302022-10-19T20:01:49+5:30
कोविड-19 के ओमीक्रॉन वेरिएंट के सब-वेरिएंट को लेकर एक बार फिर से सरकार के साथ-साथ डॉक्टर्स भी सतर्क हो गए हैं।
नई दिल्ली: कोविड-19 के ओमीक्रॉन वेरिएंट के सब-वेरिएंट ने एक बार फिर सरकार को सचेत कर दिया है। यही नहीं, अब इसे लेकर डॉक्टर भी काफी सतर्क हो गए हैं और लोगों से सतर्क रहने की अपील भी कर रहे हैं। वहीं, नए वेरियंट को लेकर मुंबई और केरल सरकार ने एडवाइजरी भी जारी कर दी है। इस बीच मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहन ने कोविड-19 के वायरस को लेकर बात की।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, "कोविड-19 के ये वायरस कई म्यूटेशन से गुजरेंगे। यह देखने में आया है कि इस वायरस का इतिहास रहा है कि जब यह म्यूटेशन से होकर गुजरता है तो यह थोड़ा कमजोर पड़ता है। इससे पहले वाले वेरिएंट ओमीक्रॉन के साथ भी ऐसा ही हुआ था।" हालांकि डॉ त्रेहन ने ये भी कहा कि नए वेरिएंट और भी प्रभावी होंगे और फैलेंगे।
COVID viruses will go through many mutations. Historically, every time the virus goes through a mutation, it will get a little weaker as we have seen with Omicron. New variants will be even more effective and will spread: Dr Naresh Trehan, Chairman, MD, Medanta hospital pic.twitter.com/b1v53hdyMK
— ANI (@ANI) October 19, 2022
वहीं, एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया ने एएनआई को बताया, "कोविड-19 के नए रूपों की उम्मीद की जा रही है जिनमें उत्परिवर्तित होने की प्रवृत्ति है। अब स्थिति अलग है, पहले कोई टीकाकरण नहीं था लेकिन लोगों को अब टीका लगाया गया है और वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित कर ली है।"
If you're going out and especially in crowded places then must wear a mask, high-risk groups, elderly people should avoid going out because there are high chances of spreading infection. The chances of hospitalisation and ICU admissions are low: Dr Randeep Guleria
— ANI (@ANI) October 19, 2022
वहीं, अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा, "यदि आप बाहर जा रहे हैं और विशेष रूप से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर तो मास्क अवश्य पहनें, उच्च जोखिम वाले समूह, बुजुर्ग लोगों को बाहर जाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण फैलने की संभावना अधिक होती है। अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू में भर्ती होने की संभावना कम है।"