नयी दिल्ली, 17 दिसंबर दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर शहर के महापौर एवं भाजपा शासित तीनों नगर निगमों के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने बृहस्पतिवार को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी । वे मांग कर रहे हैं कि सरकार "निगमों का बकाया कोष" जारी करे।
कोष को लेकर चल रहे नगर निगम के नेताओं के धरने को सात दिन हो गए हैं।
पूर्वी दिल्ली के महापौर, निर्मल जैन ने कहा, " मैं और उत्तर तथा दक्षिण निगमों के महापौर और तीनों निगमों के सदन के नेता एवं स्थायी समिति के प्रमुख व कुछ अन्य सदस्य हमारी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। "
जैन ने उत्तर दिल्ली के महापौर जय प्रकाश एवं दक्षिण दिल्ली की महापौर अनामिका के साथ दोपहर में अपनी भूख हड़ताल शुरू कर दी।
इस बीच, भाजपा नेता एवं नई दिल्ली से लोकसभा सदस्य मीनाक्षी लेखी ने यहां पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर निगमों के कोष के मुद्दे को लेकर हमला बोला।
लेखी ने यह भी दावा किया कि आप का उत्तर दिल्ली नगर निगम में 2500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप "गलत" है।
सांसद ने कहा, " दिल्ली सरकार पर तीनों निगमों का 13,000 करोड़ रुपये बकाया है... दीवारों पर पोस्टर लगाकर 2500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है जिनमें न नाम है, न फोटो है और इन आरोपों की कोई भी जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। "
उन्होंने आरोप लगाया, " दिल्ली के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य तक नहीं मिला है।"
पिछले हफ्ते तीनों महापौरों ने धरना स्थल पर संवाददाता सम्मेलन को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा था कि "प्रदर्शन लोकतांत्रिक तरीके से जारी रहेगा ताकि हम निगम के कर्मियों को समय पर वेतन दे सकें।
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