मायावती ने की धमकी दे रहे पुलिस अफसर की निंदा, न्यायिक जांच की मांग की

By भाषा | Published: December 29, 2019 12:17 PM2019-12-29T12:17:01+5:302019-12-29T12:17:01+5:30

मायावती ने रविवार को किए गए ट्वीट में कहा, "उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय हैं ना कि पाकिस्तानी। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ एसपी सिटी का उनके लिए साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी की प्रयोग करना अति निन्दनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।"

Mayawati condemns threatening police officer, demands judicial inquiry | मायावती ने की धमकी दे रहे पुलिस अफसर की निंदा, न्यायिक जांच की मांग की

ऐसे पुलिसकर्मियों की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराने की मांग की है।

Highlightsमायावती ने मेरठ में एक पुलिस अधिकारी की भाषा-आचरण की कड़ी निंदा कीउन्होंने मांग की कि ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिये

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने मेरठ में अल्पसंख्यकों को पाकिस्तान चले जाने की धमकी दे रहे एक पुलिस अधिकारी की भाषा और आचरण की कड़ी निंदा करते हुए ऐसे पुलिसकर्मियों की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराने की मांग की है।

मायावती ने रविवार को किए गए ट्वीट में कहा, "उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय हैं ना कि पाकिस्तानी। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ एसपी सिटी का उनके लिए साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी की प्रयोग करना अति निन्दनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।"

उन्होंने मांग की कि ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिये और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर उनको तुरन्त नौकरी से बर्खास्त किया जाना चाहिये। मालूम हो कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में मेरठ के पुलिस अधीक्षक (नगर) अखिलेश नारायण सिंह एक समुदाय विशेष के लोगों को पाकिस्तान चले जाने को कहते दिख रहे हैं।

वहीं, उनके साथ हेलमेट लगाये खड़ा एक व्यक्ति कॅरियर खराब करने की धमकी देते हुए एक सेकेंड में सब कुछ 'काला' कर देने की बात कह रहा है। वीडियो में सिंह गली में टोपी पहने कुछ लोगों से कह रहे हैं ''यह जो काली पट्टी, पीली पट्टी बांधे हो, बता रहा हूं...उनको कह दो पाकिस्तान चले जाएं। इस देश में अगर नहीं रहने का मन है तो चले जाओ भैया। खाओगे यहां और गाओगे कहीं और का।''

इसी बीच, साथ में खड़ा व्यक्ति कह रहा है ''फ्यूचर काला होने में लगेगा सेकेंड भर। एक सेकेंड में सबकुछ काला हो जाएगा। पट्टी ही नहीं, जिंदगी भी काली।'' वीडियो में सिंह कुछ लोगों की तस्वीर खींचने की बात कहते हुए धमकी भरे लहजे में अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही यह भी कहते सुनाई दे रहे हैं कि “ये गली मुझे याद हो गई है, याद रखना। और जब मुझे याद हो जाता है तो नानी तक पहुंच जाता हूं।"

वीडियो पर विवाद बढ़ने के बाद अखिलेश नारायण सिंह ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि जिस गली का वीडियो सामने आया है, उसमें कुछ अराजक तत्व 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगा रहे थे इसीलिये उन्होंने पाकिस्तान चले जाने की बात कही थी। वहीं राज्य सरकार के प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने मेरठ के पुलिस अधीक्षक (नगर) अखिलेश नारायण सिंह के इस वीडियो पर उनकी तारीफ की है।

उन्होंने ट्वीट किया ''सैल्यूट है मेरठ के सिटी एसपी अखिलेश नारायण सिंह को, पाकिस्तान जिंदाबाद और भारत मुर्दाबाद के नारे लगा रहे उपद्रवियों को करारा जवाब देने के लिये। अब कुछ तथाकथित प्रबुद्धों को अफसोस है कि भारत मुर्दाबाद और पाकिस्तान जिंदाबाद बोलने वाले गद्दारों को पाकिस्तान जाने को क्यों कहा।”

Web Title: Mayawati condemns threatening police officer, demands judicial inquiry

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