Manmohan Singh death updates: योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा?, मोहन भागवत और दत्तात्रेय होसबाले ने दी श्रद्धांजलि
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 27, 2024 12:22 IST2024-12-27T12:21:19+5:302024-12-27T12:22:22+5:30
Manmohan Singh death updates: कांग्रेस नेता और भारत में आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक, 10 वर्ष देश के प्रधानमंत्री रहे और उससे पहले उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में मदद की।

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Manmohan Singh death updates: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत और इसके महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि भारत के लिए उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री एवं देश के वरिष्ठ नेता डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से पूरा देश अत्यंत दुखी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उनके परिवार एवं प्रियजनों तथा अनगिनत प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है।’’
बयान में कहा गया कि सिंह साधारण पृष्ठभूमि से आते थे, बावजूद इसके उन्होंने देश के सर्वोच्च पद को सुशोभित किया। उन्होंने बयान में कहा, ‘‘प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. सिंह के भारत के लिए योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। हम ईश्वर से दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं।’’
मनमोहन सिंह सबसे विनम्र प्रधानमंत्री थे: पूर्व प्रधान सचिव नायर
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) शासन के दौरान तब के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रधान सचिव रहे टी के ए नायर ने उन्हें भारत का अब तक का सबसे विनम्र प्रधानमंत्री बताया है। वर्तमान में तिरुवनंतपुरम में रह रहे पूर्व आईएएस अधिकारी नायर ने एक टेलीविजन चैनल से बातचीत में शुक्रवार को कहा कि अपने पूरे कार्यकाल के दौरान कड़ी आलोचनाओं का सामना करने के बावजूद सिंह अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में दृढ़ रहे। नायर ने कहा, "यहां तक कि जब राजनीतिक विरोधियों ने उन्हें 'डमी' और ‘शैडो’ प्रधानमंत्री करार दिया, तब भी उनका ध्यान देश के सर्वोत्तम हितों को पूरा करने पर केंद्रित रहा।" उन्होंने कहा कि सिंह अपने आलोचकों और प्रतिद्वंद्वियों पर व्यक्तिगत हमले करने से बचते थे।
नायर से सिंह के कार्यकाल के दौरान आई इन खबरों के बारे में पूछा गया, कि कांग्रेस नेताओं का एक वर्ग उनका या उनकी सरकार द्वारा लिए गए कुछ निर्णयों का पूर्ण समर्थन नहीं करता था। इस पर नायर ने कहा, "मैं महसूस कर सकता था कि वे कितनी गहरी मानसिक पीड़ा झेल रहे थे, लेकिन उन्होंने कभी इसे जाहिर नहीं होने दिया।’’
नायर ने कहा, "उन्होंने न तो अपनी पार्टी के नेतृत्व के खिलाफ काम किया और न ही विरोध जताया।" उन्होंने पार्टी लाइन और नेतृत्व के प्रति सिंह की अटूट निष्ठा का उल्लेख किया। पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए नायर ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में अपने 10 वर्ष पूरे करने पर सिंह ने संतोष व्यक्त किया तथा विश्वास जताया कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान ईमानदारी से काम किया है।
नायर ने कहा, "उन्होंने अपने काम के माध्यम से अपने सहकर्मियों को प्रेरित किया।" नायर ने सिंह के दोनों कार्यकाल में उनके साथ काम किया था। नायर ने याद किया कि सिंह एक ऐसे प्रधानमंत्री थे जो हर किसी के लिए समय निकालते थे चाहे वे मंत्रिमंडल के सहयोगी हों या अधिकारी, सभी से गर्मजोशी से मिलते थे, उनसे बातचीत करते थे और हमेशा यह सुनिश्चित करते थे कि वे सौहार्दपूर्ण माहौल में यहां से जाएं।