सीतलकुची/कालचीनी/बरुईपुर, दो अप्रैल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर शुक्रवार को जमकर निशाना साधा और कहा कि वह नंदीग्राम सीट से चुनाव हार रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार ‘तोलाबाजी’, ‘तानाशाही’ और ‘तुष्टिकरण’ के थ्री टी मॉडल पर चलती है।
पूर्बी मेदिनीपुर जिले की इस सीट पर ममता का मुकाबला अपने पूर्व सहयोगी एवं भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी से है। इस सीट पर दूसरे चरण में एक अप्रैल को मतदान हुआ था।
सीमा पार से होने वाली घुसपैठ को उत्तर बंगाल क्षेत्र के लिए सबसे बड़ी समस्या बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने वादा किया कि अगर राज्य में भाजपा सत्ता में आती है तो वह पड़ोसी बांग्लादेश से घुसपैठ को पूरी तरह रोकेगी।
शाह उत्तर से दक्षिण बंगाल तक राज्य के एक व्यापक दौरे पर हैं। शाह ने दो रैलियों को संबोधित किया और दो रोड शो में भाग लिया।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा इस चुनाव में अब तक हुए दो चरणों में जिन 60 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें से 50 सीटें जीतेगी।
उत्तर बंगाल के दो प्रमुख समुदायों से संपर्क साधते हुए शाह ने कहा कि नेपाली और राजबंशी भाषाओं को राज्य की सहायक भाषा बनाया जाएगा।
शाह ने दावा किया कि उत्तर बंगाल क्षेत्र के साथ तृणमूल सरकार ने अन्याय किया है।
उन्होंने यह भी वादा किया कि उत्तर बंगाल के विकास के लिए भाजपा हर साल 2,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी और क्षेत्र में लोगों की चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एम्स की स्थापना करेगी।
भारत-बांग्लादेश सीमा के पास स्थित कूचबिहार जिले के सीतलकुची में चुनावी रैली में शाह ने कहा, “सीमा-पार से होने वाली घुसपैठ उत्तर बंगाल की सबसे बड़ी समस्या है। टीएमसी सरकार इसे कभी नहीं रोकेगी, केवल हम इसे रोक सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “भाजपा विकास के मॉडल पर अपनी सरकार चलाती है, लेकिन ममता बनर्जी राज्य की सरकार को थ्री टी- ‘तोलाबाजी’, ‘तानाशाही’ और ‘तुष्टिकरण’ के मॉडल पर चलाती हैं।”
उन्होंने कहा, "दीदी (बनर्जी) नंदीग्राम हार चुकी हैं। कल आपने जो दृश्य देखा, वह बताता है कि वह हार रही हैं। दो मई को दोपहर दो बजे तक (जब वोटों की गिनती होगी) दीदी बंगाल में सत्ता से बाहर हो जाएंगी।"
विशाल जनादेश के साथ राज्य में सत्ता में आने का भरोसा जताते हुए शाह ने कहा, “हम चुनाव के पहले दो चरणों (27 मार्च और एक अप्रैल को हुए चुनावों में) में जीत रहे हैं।”
कूचबिहार जिले की सीटों पर चौथे चरण में 10 अप्रैल को मतदान होगा।
उन्होंने अलीपुरद्वार जिले के कालचीनी में एक रैली में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी 'जन कल्याण' की दिशा में काम करते हैं, लेकिन बंगाल में ममता दीदी 'भतीजा कल्याण' में व्यस्त हैं। वह केवल अपने भतीजे को अगला मुख्यमंत्री बनाना चाहती हैं।"
दार्जिलिंग की पहाड़ियों के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पहाड़ियों और तराई और दुआर क्षेत्रों की समस्याओं के स्थायी राजनीतिक समाधान निकालने की दिशा में काम करेगी।
शाह ने दावा किया कि राज्य में सत्ता में आने वाली नई भाजपा सरकार की पहली बैठक के एजेंडे में संशोधित नागरिकता कानून का मुद्दा उठाया जाएगा।
शाह ने आज दिन में दो रोड शो किये जिनमें से एक दक्षिण 24 परगना के बरुईपुर में और दूसरा हुगली जिले के आरामबाग में हुआ।
भाजपा के शीर्ष नेता ने दावा किया कि उन्हें जो फीडबैक प्राप्त हुआ है, उसके मुताबिक पार्टी ने पहले ही उन 60 में से 50 सीटें जीत ली हैं जिन पर पहले दो चरणों में मतदान हुआ था और कुल 294 सीटों वाली विधानसभा में वह 200 से ज्यादा सीटें जीतेगी।
बरुईपुर में अपने रोड शो के दौरान उन्होंने एक टीवी चैनल को बताया, “हम कुल मिलाकर 200 से ज्यादा सीटें जीतेंगे।”
उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून का मामला पश्चिम बंगाल में सत्ता में आने वाली भाजपा सरकार की पहली बैठक के एजेंडे में लिया जाएगा। पार्टी राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी।
शाह ने कहा, “यह साफ है कि बनर्जी चुनाव हार चुकी हैं। वह अब ऐसे बड़े दावे कर रही हैं क्योंकि उनके पास कोई विकल्प नहीं है।”
गर्मी के बावजूद सड़क के दोनों तरफ खड़े लोगों का फूलों से सजे ट्रक पर मौजूद शाह ने अभिवादन किया और इस दौरान बड़ी संख्या में हाथों में पार्टी के झंडे लिये कार्यकर्ता जय श्री राम तथा ‘आर नोय अन्नाय’ (और अन्याय नहीं) के नारे लगा रहे थे।
बरुईपुर का रोडशो एक किलोमीटर लंबा था जबकि आरामबाग का रोडशो 1.5 किलोमीटर का था।
राज्य में आठ चरणों में चुनाव संपन्न होंगे। राज्य की 294 सदस्यीय विधानसभा की सभी सीटों के परिणाम दो मई को घोषित किए जाएंगे।
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