पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी असम में नेशनल सिटिजन रजिस्टर (एनआरसी) की अंतिम सूची जारी होने के बाद से लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार निशाना साध रही हैं। इस बीच वह एनआरसी को लेकर सड़कों पर उतर गई और विरोध प्रदर्शन कर रही है। बता दें, असम में बहुप्रतीक्षित एनआरसी की अंतिम सूची ऑनलाइन जारी की जा चुकी है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, ममता बनर्जी ने एनआरसी के खिलाफ कोलकाता में एक विरोध मार्च निकाला है। इस दौरान भारी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ी संख्या में बंगालियों को एनआरसी की अंतिम सूची से बाहर रखे जाने को लेकर चिंता जता चुकी हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि एनआरसी की विफलता ने उन सभी लोगों को उजागर कर दिया है जो इससे राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें देश को बहुत जवाब देने हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि ऐसा तब होता है जब कोई कार्य समाज की भलाई और देश के व्यापक हित के बजाय गलत उद्देश्य के लिए किया जाए। मेरी हमदर्दी उन सभी, विशेषकर बड़ी संख्या में बांग्ला भाषी भाइयों और बहनों के साथ है, जो इस व्यर्थ की प्रक्रिया के कारण पीड़ित हुए हैं। असम में एनआरसी में शामिल होने के लिए 3,30,27,661 लोगों ने आवेदन दिया था। इनमें से 3,11,21,004 लोगों को शामिल किया गया और 19,06,657 लोगों को बाहर कर दिया गया।