मुंबई: महाराष्ट्र में फिलहाल जो सियासी ड्रामा नजर आ रहा है, वो देश के लिए नया नहीं है। हाल के वर्षों में इस तरह की सियासी उठापटक में तीन चीजों की बड़ी भूमिका होती है। इसमें एक है बस, दूसरा चार्टड विमान और तीसरा कोई होटल या रिसॉर्ट। चूकी विधायक जाने माने चेहरे होते हैं, ऐसे में उन्हें गुपचुप तरीके से ले जाने के लिए निजी या चार्टड विमान का इस्तेमाल ज्यादा सुरक्षित हो जाता है। यही कारण है पार्टियां और बागी दल या विधायक इसका इस्तेमाल करते हैं।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के 30 से अधिक विधायकों को पिछले दो दिनों में कमर्शियल जेट का उपयोग करके असम भेजा गया है। ऐसे में ये सवाल तो उठता ही है कि सूरत होते हुए मुंबई से गुवाहाटी तक इस तरह के हाई-फ्लाइंग ऑपरेशन की लागत कितनी होनी चाहिए?
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार फ्लाइट से विधायकों को ले जाने, कुछ के लौट आने आदि का कुल खर्च ही करोड़ों रुपये हो जाता है। जानिए इस बारे में पूरी डिटेल...
सूरत से गुवाहाटी तक गया 189 सीटों वाला विमान
महाराष्ट्र के घटनाक्रम को देखें बुधवार सुबह करीब 2:40 बजे एक बोइंग 737 MAX 8 ने सूरत हवाई अड्डे से उड़ान भरी और 3 घंटे 41 मिनट की यात्रा के बाद महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे और उनके बागी शिवसेना विधायकों के ग्रुप को गुवाहाटी पहुंचाया।
189 सीटों वाले इस जेट को विशेष रूप से इसी उद्देश्य के लिए कमर्शियल एयरक्राफ्ट स्पाइसजेट से किराए पर लिया गया था। एक MAX 8 विमान लगभग 129 फीट और 6 इंच लंबा और 117 फीट 10 इंच चौड़ा होता है। ये एयरलाइन 13 ऐसे मॉडल संचालित करती है जिनकी अधिकतम रेंज 6,500 किमी है।
कमर्शियस फ्लाइट ट्रैकिंग सर्विस Flightradar24 के डेटा से पता चलता है कि स्पाइसजेट से किराए पर लिए गए बड़े जेट के अलावा, महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट शुरू होने के बाद से दो अतिरिक्त छोटे जेट गुवाहाटी के लिए उड़ान भर चुके हैं।
पहले बोइंग जेट के गुवाहाटी हवाई अड्डे पर उतरने के कुछ घंटों बाद एक छोटा Learjet 45XR बिजनेस जेट नितिन देशमुख सहित शिवसेना के विधायकों के एक ग्रुप के साथ उतरा, जो बाद में उद्धव ठाकरे कैम्प में वापस आ गया और दावा किया गया कि उसे जबरन ले जाया गया था।
आठ सीटों वाले इस बिजनेस जेट ने भोपाल से उड़ान भरी थी और सुबह 10:15 बजे शिवसेना विधायकों के साथ गुवाहाटी पहुंचा। बाद में शिंदे खेमे के विधायकों द्वारा जारी की गई तस्वीरों से एक Learjet 45XR के अंदर विधायकों के एक समूह की मौजूदगी भी साबित हुई। कमर्शियल डेटा के मुताबिक नागपुर के लिए रवाना होने से पहले जेट करीब 45 मिनट तक ही गुवाहाटी एयरपोर्ट पर रुका था।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार फ्लाइट रिकॉर्ड्स से ये भी पता चलता है कि गुरुवार सुबह सूरत से गुवाहाटी के लिए उड़ान भरने वाला एक और बिजनेस जेट Hawker 800XP भी था। शिवसेना के कुछ और बागियों के गुवाहाटी के होटल में पहुंचने के विधायकों की तस्वीरों से भी इसकी तस्दीक होती है। महाराष्ट्र सियासी संकट: चार्टड फ्लाइट में कितना खर्च हुआ?
फ्लाइट से जुड़ी इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार जेट विमानों को किराए पर लेने की लागत कई चीजों पर निर्भर है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार एक सूत्र ने बताया केवल आठ सीटों वाले हॉकर 800XP को गुरुवार की सुबह बागी विधायकों के एक छोटे ग्रुप को गुवाहाटी लाने में लगभग 35 लाख रुपये का खर्च आया।
इसी स्रोत ने एक बड़े बोइंग 737 MAX-8 को किराए पर लेने की अनुमानित लागत लगभग 60-65 लाख रुपये बताई। चूंकि सूरत और गुवाहाटी में कोई विमान नहीं था, इसलिए जेट को कहीं और से लाने की जरूरत थी। इससे कुल खर्ज और बढ़ जाता है।
निजी विमान और हेलीकॉप्टर चार्टर कंपनी Bookmyjet के संस्थापक संतोष के शर्मा के अनुसार- कीमत इस बात पर निर्भर करती है कि विमान कहां से आ रहा है। इस मामले में विमान ने हैदराबाद से सूरत के लिए उड़ान भरी और विधायकों को लेकर गुवाहाटी गया।
संतोष शर्मा ने बताया कि मार्ग के अलावा, ईंधन की कीमतों, हवाई अड्डे के ग्राउंड हैंडलिंग शुल्क, बोर्डिंग, लॉजिंग और चालक दल के स्थानीय परिवहन (रात को रूकने की स्थिति में) आदि को लेकर ऑपरेटरों द्वारा कीमत तय की जाती है।
उन्होंने कहा कि अभी सूरत-गुवाहाटी के बीच बोइंग 737 चार्टर के लिए कीमत लगभग 40 लाख रुपये है। वहीं, छोटे बिजनेस जेट के लिए कीमत एक ओर से उड़ान भरने के लिए लगभग 17 लाख रुपये और 18% जीएसटी है। वहीं, एक Learjet 45XR की कीमत Hawker 800 XP की कीमत के लगभग समान या थोड़ी कम हो सकती है।