लॉकडाउन के बावजूद वधवान परिवार को यात्रा की इजाजत देने पर महाराष्ट्र सरकार सख्त, IPS अधिकारी की भूमिका की होगी जांच
By भाषा | Updated: April 10, 2020 17:56 IST2020-04-10T17:56:30+5:302020-04-10T17:56:30+5:30
दरअसल, ये खबरें आई थी कि गुप्ता ने वधवान परिवार को मौजूदा लॉकडाउन के दौरान महाबलेश्वर जाने में कथित तौर पर मदद की है।

लॉकडाउन के बावजूद वधवान परिवार को यात्रा की इजाजत देने पर महाराष्ट्र सरकार सख्त, IPS अधिकारी की भूमिका की होगी जांच
मुंबई:महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शुक्रवार को कहा कि लॉकडाउन (बंद) के बावजूद डीएचएफएल के प्रर्वतकों कपिल और धीरज वधवान को यात्रा की इजाजत देने में प्रधान सचिव अमिताभ गुप्ता की भूमिका की राज्य सरकार जांच करेगी। देशमुख ने कहा कि अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज सौनिक यह जांच करेंगे। कपिल और धीरज यस बैंक तथा डीएचएफएल धोखाधड़ी मामलों में आरोपी हैं।
देशमुख ने एक वीडियो बयान में कहा कि कपिल और धीरज वधवान के खिलाफ आईपीसी की धारा 188,269,270,34 और आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51(बी) तथा कोविड-19 नियमावली की धारा 11 के तहत कार्रवाई की जाएगी। गृह मंत्री ने भाजपा नेता किरीट सोमैया की भी आलोचना की, जिन्होंने इस घटना को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की है।
देशमुख ने कहा कि केंद्र सरकार को किसी आईपीएस अधिकारी को बर्खास्त करने की शक्तियां हैं। गुप्ता राज्य के गृह विभाग में विशेष प्रधान सचिव हैं और वह एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं। इससे पहले, दिन में राज्य सरकार ने गुप्ता को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया।
दरअसल, ये खबरें आई थी कि गुप्ता ने वधवान परिवार को मौजूदा लॉकडाउन के दौरान महाबलेश्वर जाने में कथित तौर पर मदद की है। देशमुख ने ट्वीट किया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हुई चर्चा के मुताबिक गुप्ता को तत्काल प्रभाव से अनिवार्य अवकाश पर भेजा गया है।