महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायक.... खतरा जरा-सा, लेकिन सतर्कता पूरी रही!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 13, 2019 04:52 AM2019-11-13T04:52:08+5:302019-11-13T04:52:08+5:30
बीते दिन जब महाराष्ट्र में सियासी धड़कने जोरों पर थी, तब भी राजस्थान में कांग्रेस के विधायक दिल्ली रोड स्थित रिजॉर्ट में ही रहे और टीवी की खबरें देख कर चर्चा करते रहे.
राजस्थान में रहे महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों को सियासी खतरा तो जरा-सा था, लेकिन सतर्कता पूरी बरती गई है. दरअसल, न तो बीजेपी को उम्मीद थी कि शिवसेना इस कदर अलग हो जाएगी और जब सियासी खतरे की घंटी बजने लगी तो उपर से सियासी जोड़तोड़ के लिए इंकार कर दिया गया. यही वजह है कि बीजेपी ठहरो और देखो, की राजनीतिक राह पर है. अलबत्ता, गैर-भाजपाइयों की सियासी समीकरण गड़बड़ाती है, उसके बाद ही बीजेपी को नई सियासी दिशा मिल सकती है.
बीते दिन जब महाराष्ट्र में सियासी धड़कने जोरों पर थी, तब भी राजस्थान में कांग्रेस के विधायक दिल्ली रोड स्थित रिजॉर्ट में ही रहे और टीवी की खबरें देख कर चर्चा करते रहे. हां, अपनी राय बड़े नेताओं से जरूर शेयर करते रहे.
सीएम अशोक गहलोत की देखरेख और सुरक्षा व्यवस्थाओं से ये विधायक आश्वस्त तो थे ही, सीएम गहलोत के अलावा छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत सहित कांग्रेस के कई प्रमुख नेता लगातार उनसे मिलते भी रहे.
कल रात को ही सीएम गहलोत ने अपने आवास पर पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के सम्मान में भोज दिया था, जिसमें भी महाराष्ट्र के विधायक शामिल हुए थे, जो कड़ी सुरक्षा में बस से वहां पहुंचे थे. इस रात्रिभोज में उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश के मंत्री और प्रमुख कांग्रेसी नेता मौजूद रहे.
कांग्रेस ने हाॅर्स ट्रेडिंग से सुरक्षा के लिए अपने महाराष्ट्र के विधायकों को जयपुर में शिफ्ट किया था, लेकिन इस बार बीजेपी ने सरकार नहीं बनाने का कह दिया. इसलिए शिवसेना यदि सरकार बनाती है, तो कांग्रेस की क्या भूमिका रहेगी, इसी पर पूरा दिन सियासी चर्चा होती रही, लेकिन नतीजा नहीं निकला और उधर महाराष्ट्र में सियासी तस्वीर ही बदल गई.
यहां की तमाम व्यवस्थाएं पहले दिन से वैभव गहलोत के अलावा सीएम गहलोत के खास सहयोगी महेश जोशी, रघु शर्मा, सुभाष गर्ग आदि देखते रहे हैं. सुभाष गर्ग ही सोमवार को महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं को विशेष विमान से दिल्ली लेकर गए थे.