मुंबई। देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण से हाहाकार मचा हुआ है। संक्रमण के कुल आंकड़े जहां 59 हजार को पार कर गए हैं, वहीं मृतकों की संख्या भी बढ़कर 1900 के पार पहुंच गई है। देशभर में सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं। राज्य में 19 हजार से ज्यादा कोरोना से संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 19,063 हो गए हैं। 731 लोगों की इस घातक संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं, 3470 इलाज के बाद ठीक भी हुए हैं। महाराष्ट्र पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र में अब तक 714 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। इनमें से 648 एक्टिव केस हैं, जबकि 61 लोग ठीक हो चुके हैं। राज्य में पांच पुलिसकर्मियों की कोरोना के चपेट में आने के बाद मौत हो चुकी है। लॉकडाउन के दौरान पुलिस पर हमले की 194 वारदातें सामने आई हैं। इन सभी मामलों में 689 लोगों गिरफ्तारी हुई है।
मुंबई की एक जेल के 77 कैदी और 26 कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित
मुंबई की आर्थर रोड जेल के 77 कैदियों और 26 कर्मचारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है। राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘आर्थर रोड जेल के एक बैरक में कोरोना वायरस संक्रमण पाया गया है। बैरक के सभी कैदियों की जांच की गई। इसमें पता चला कि 77 कैदी और 26 पुलिसकमर्मी संक्रमित हैं।’’ उन्होंने कहा कि सभी 103 लोगों को सेंट जॉर्ज अस्पताल में पृथक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे पहले देशमुख ने पालघर जिले में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बताया था कि जेल के 72 कैदियों के इस वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है।
महाराष्ट्र में कोविड-19 को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियों के संबंध में 363 मामले दर्ज
महाराष्ट्र साइबर अपराध शाखा ने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर अफवाह, गलत सूचना, नफरत भरी और फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में 363 मामले दर्ज किए हैं। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्य पुलिस की साइबर शाखा कोविड-19 वैश्विक महामारी के बारे में गलत सूचनाएं फैलने से रोकने के वास्ते ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रख रही है। अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट, वीडियो तथा तस्वीरें डालने या साझा करने के आरोप में 196 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि सांगली जिले में महामारी के लिए एक खास समुदाय को जिम्मेदार ठहराने वाला एक टिकटॉक वीडियो डालने तथा प्रतिष्ठित समाज सुधारकों के खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल के लिए कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन लागू होने के बाद से जिले की साइबर शाखा ने कम से कम 14 मामले दर्ज किए। उन्होंने बताया कि इसी तरह बीड जिले के परली शहर में कोविड-19 के प्रसार को एक खास समुदाय से जोड़ने वाले पोस्ट सोशल मीडिया पर डालने के आरोप में कुछ लोगों पर मामला दर्ज किया गया। जिले में इस अवधि के दौरान साइबर अपराध के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि अभी तक दर्ज किए 363 मामलों में से कम से कम 155 मामले व्हाट्सऐप पर संदेशों को साझा करने से संबंधित हैं जबकि 140 मामले फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि साइबर शाखा ने लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पोर्टलों से कम से कम 101 आपत्तिजनक पोस्ट हटवाए।