कांग्रेस विधायक राजस्थान से महाराष्ट्र गए, CM गहलोत ने सियासी जोड़तोड़ पर फिर साधा मोदी और शाह पर निशाना
By प्रदीप द्विवेदी | Updated: November 13, 2019 20:12 IST2019-11-13T20:12:26+5:302019-11-13T20:12:26+5:30
महाराष्ट्रः जैसे ही महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी का विवाद गहराया तो कांग्रेस को लगा कि बीजेपी अन्य राज्यों की तरह महाराष्ट्र में भी जोड़तोड़ की राजनीति आजमा सकती है, लिहाजा महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों को सबसे सुरक्षित राज्य राजस्थान भेज दिया गया.

File Photo
हॉर्स ट्रेडिंग के खतरे के चलते महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों ने राजस्थान में डेरा डाला था, लेकिन अब सियासी तस्वीर बदलने के साथ ही कांग्रेस विधायक राजस्थान से महाराष्ट्र के लिए रवाना हो गए. इस बीच सीएम अशोक गहलोत ने सियासी जोड़तोड़ के प्रयासों के लिए मोदी-शाह पर एक बार फिर निशाना साधा है.
उन्होंने कहा कि आज मोदीजी, अमित शाहजी और यह एनडीए गवर्नमेंट जिस रूप में देश को चला रहे है, पूरा मुल्क देख रहा है... इनको हरियाणा के अंदर और महाराष्ट्र के अंदर भी झटका मिल गया है, तब भी अगर इनकी सोच नहीं बदली है तो आने वाले वक्त के अंदर जनता इनको और सबक सिखाएगी.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र देश का बहुत महत्वपूर्ण राज्य है उसमें अगर हंग असंबली आ गई तो राज्यपाल महोदय की ड्यूटी थी कि स्थिति कैसे संभल सकती है और किस प्रकार स्थाई गवर्नमेंट बन सकती है. उन्होंने अच्छा फैसला नहीं किया...राष्ट्रपति शासन लगा कर स्टेबिलिटी कायम करने के बजाय अस्थिरता कायम कर दी.
दरअसल, जैसे ही महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी का विवाद गहराया तो कांग्रेस को लगा कि बीजेपी अन्य राज्यों की तरह महाराष्ट्र में भी जोड़तोड़ की राजनीति आजमा सकती है, लिहाजा महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों को सबसे सुरक्षित राज्य राजस्थान भेज दिया गया.
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की देखरेख और सुरक्षा व्यवस्थाओं से ये विधायक आश्वस्त तो थे ही, सीएम गहलोत के अलावा छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत सहित कांग्रेस के कई प्रमुख नेता लगातार उनसे मिलते भी रहे.
हालांकि, राजस्थान प्रवास के दौरान ये विधायक ज्यादा बाहर नहीं निकल रहे थे, लेकिन सीएम गहलोत ने जब अपने आवास पर पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के सम्मान में भोज दिया था, उसमें महाराष्ट्र के कुछ विधायक शामिल हुए थे, जिन्हें कड़ी सुरक्षा में बस से वहां ले जाया गया था. इस रात्रिभोज में उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश के मंत्री और प्रमुख कांग्रेसी नेता मौजूद थे.
राजस्थान में महाराष्ट्र के विधायकों के लिए की गई तमाम व्यवस्थाएं पहले दिन से ही वैभव गहलोत के अलावा सीएम गहलोत के खास सहयोगी महेश जोशी, रघु शर्मा, सुभाष गर्ग आदि देखते रहे थे.