Maharashtra Civic Polls Results: महाराष्ट्र नगर निकाय चुनाव 2025 के लिए पूरे राज्य में हाई-वोल्टेज, दो चरणों की वोटिंग के बाद वोटों की गिनती जारी है, और शुरुआती रुझान साफ तौर पर सत्ताधारी महायुति गठबंधन के पक्ष में हैं। नगराध्यक्ष (नगर परिषद अध्यक्ष) पदों के लिए मुकाबला निर्णायक रूप से सत्ताधारी गठबंधन की ओर झुक गया है, जो जमीनी स्तर पर सत्ता के मजबूत होने का संकेत देता है।
शुरुआती रुझानों के मुताबिक, महायुति गठबंधन बड़ी बढ़त बनाए हुए है, जो फिलहाल महाराष्ट्र भर में करीब 200 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में आगे चल रहा है। इसके उलट, विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) करीब 50 नगर निकायों में आगे रहकर पीछे चल रही है, जबकि निर्दलीय और स्थानीय मोर्चे लगभग 18 से 20 निकायों में आगे हैं, जो कुछ खास इलाकों में मजबूत स्थानीय कारकों की मौजूदगी को दिखाता है।
महायुति सहयोगियों में, भारतीय जनता पार्टी (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। रूझान के अनुसार, BJP आराम से आगे चल रही है, उसके बाद एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) हैं। कांग्रेसMVA के भीतर सबसे मजबूत घटक बनी हुई है, जबकि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) और शरद पवार के नेतृत्व वाली NCP (SP) पीछे चल रही हैं।
भाजपा 119 निकायों में आगे
खबर लिखे जाने तक टीवी9 मराठी के अनुसार बीजेपी 119 निकायों में आगे है, जबकि ज़ी 24 तास के अनुसार यह आंकड़ा 129 और एबीवी माझा के अनुसार 126 है। न्यूज़18 लोकमत की रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी 134 निकायों में आगे है। सभी चैनलों के अनुसार, शिंदे सेना 51-60 निकायों में आगे है, जबकि अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी 32-37 निकायों में आगे है। कांग्रेस 28 से 34 निकायों में आगे है, जबकि शिवसेना (UBT) और एनसीपी-एसपी सिंगल-डिजिट आंकड़ों तक ही सीमित हैं। निर्दलीय और 'अन्य' उम्मीदवारों के खाते में लगभग 20-23 निकाय आए हैं।
बीजेपी ने पहले ही तीन सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल कर ली है। धुले में डोंडाइचा नगर परिषद और सोलापुर में अंगार नगर पंचायत के सदस्य और अध्यक्ष बिना किसी मुकाबले के चुने गए, जबकि जम्मर नगर पालिका अध्यक्ष पद पर भी कोई विरोध नहीं हुआ।
2 दिसंबर और 20 दिसंबर को दो चरणों में हुए ये नगर निकाय चुनाव, बड़े चुनावों से पहले एक राजनीतिक लिटमस टेस्ट के तौर पर देखे जा रहे हैं। उम्मीद है कि ये नतीजे स्थानीय स्तर पर सत्ताधारी महायुति और विपक्षी एमवीए के बीच शक्ति संतुलन का शुरुआती संकेत देंगे।
कई शहरों में मुकाबला कई पार्टियों के बीच था, जिसमें गठबंधन की राजनीति स्थानीय दुश्मनी से मिल रही थी। कई जगहों पर "दोस्ताना लड़ाई" देखने को मिली, क्योंकि महायुति के पार्टनर, बीजेपी, शिंदे सेना और अजीत पवार की एनसीपी ने एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे।
आने वाले BMC चुनावों के लिए संकेत
आज की गिनती ने अगले बड़े राजनीतिक मुकाबले के लिए भी मंच तैयार कर दिया है। राज्य चुनाव आयोग ने 15 जनवरी को बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) और 28 अन्य नगर निगमों के चुनाव की घोषणा की है, जिसकी गिनती 16 जनवरी को होगी। कुल 2,869 सीटों पर चुनाव होंगे, जिसमें 3.48 करोड़ वोटर वोट डालने के योग्य हैं, जिससे आने वाले BMC चुनाव महाराष्ट्र की राजनीति में अगला बड़ा फोकस बन गए हैं।