महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी के साथ मिलकर लड़ रही शिवसेना शनिवार को अपना घोषणापत्र जारी करेगी। खास बात ये है कि दोनों पार्टियां का इन चुनावों के लिए गठबंधन होने के बावजूद शिवसेना अपना घोषणापत्र अकेले जारी करेगी।
ये घोषणापत्र पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे की मौजूदगी में मातोश्री में जारी किया जाएगा। आदित्य वर्ली से चुनाव लड़ रहे हैं और वह चुनावी मैदान में उतरने वाले ठाकरे परिवार के पहले सदस्य हैं।
बीजेपी-शिवसेना के बीच नहीं बनी घोषणापत्र पर सहमति
शिवसेना के अकेले घोषणापत्र जारी करने के पीछे बीजेपी के साथ कुछ मुद्दो पर सहमति ना बन पाना है। इन मुद्दों में हाल ही में सुर्खियों में रहे आरे में मेट्रो के निर्माण कार्यों के लिए हजारों पेड़ों की कटाई और नाणार रिफाइनरी जैसे मुद्दे प्रमुख हैं।
शिवसेना ने आरे में पेड़ों की कटाई के मुद्दे पर अपने सहयोगी और सत्तारूढ़ बीजेपी को जमकर घेरा था और उद्धव और आदित्य दोनों ने इस मुद्दे पर फड़नवीस सरकार की तीखी आलोचना की थी।
शिवसेना कर सकती है घोषणापत्र में कई लोकलुभावन वादे
शिवसेना अपने घोषणापत्र में सत्ता में आने पर किसानों के लिए कर्जमाफी, गरीबों के लिए 10 रुपये में खाने की थाली, एक रुपये में हेल्थ चेकअप और 300 यूनिट तक बिजली के बिल में 30 फीसदी की कटौती जैसे कई वादे कर सकती है। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इसी हफ्ते शिवसेना की दशहरा रैली के दौरान ये सभी वादे किए थे, जिन्हें अब पार्टी अपने घोषणापत्र में भी शामिल कर सकती है।
कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन पहले ही अपना घोषणापत्र जारी कर चुकी है, जिसमें नए मोटर व्हीकल कानून के तहत जुर्माने को कम करना, किसानों के लिए तुरंत कर्जमाफी और उच्च शिक्षा के लिए जीरो-ब्याज वाले लोन उपलब्ध कराने जैसे वादे शामिल हैं।