महाराष्ट्र: वायु सेना ने नागपुर के घोराड़ गांव की बदली सूरत, बच्चों के लिए बनाई मोबाइल लाइब्रेरी
By फहीम ख़ान | Published: August 15, 2023 01:37 PM2023-08-15T13:37:15+5:302023-08-15T13:42:00+5:30
भारतीय वायु सेना ने प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत नागपुर जिले की कलमेश्वर तहसील के घोराड़ गांव को गोद लेकर एक बेहद शानदार पहल की है।
नागपुर: भारतीय वायु सेना ने प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत नागपुर जिले की कलमेश्वर तहसील के घोराड़ गांव को गोद लेकर एक बेहद शानदार पहल की है। वायुसेना के नागपुर मेंटेनेंस कमांड ने इस गांव के बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षा में आगे लाने के लिए गांव में एक मोबाइल लाइब्रेरी बनाई है।
15 अगस्त को मेंटेनेंस कमांड के आला अधिकारियों की उपस्थिति में इस गांव में लाइब्रेरी का उद्घाटन हुआ। इस मौके पर इतनी अधिक तादाद में वायु सेना अधिकारियों और सैनिकों को देखकर गांव के बच्चों के बीच बहुत उत्साह था।
वायु सेना के नागपुर स्थित मेंटेनेंस कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल विभास पांडे और रुचिरा पांडे की प्रमुख उपस्थिति में गांव को वायु सेना की ओर से बहुत सारे तोहफे दिए गए। गांव के प्रबुद्ध जनों ने कहा कि मात्र 2500 की जनसंख्या वाले इस गांव में लंबे समय से लाइब्रेरी की जरूरत महसूस की जा रही थी। गांव में कक्षा दसवीं तक की पढ़ाई की व्यवस्था है लेकिन अब तक लाइब्रेरी नहीं थी।
गांव की सरपंच पिंकी सय्याम ने लोकमत समाचार को बताया कि अभी गांव में ढाई सौ से 300 बच्चे पढ़ रहे हैं। इन बच्चों को एमपीएससी, यूपीएससी जैसी विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए महंगी किताबें खरीद कर पढ़ना असंभव था। इसी बीच वायु सेना मेंटेनेंस कमांड द्वारा गांव को गोद लेने की इच्छा जाहिर की गई। जब हमने गांव के लिए एक लाइब्रेरी की जरूरत अधिकारियों को बताई तो उन्होंने सबसे पहले गांव में लाइब्रेरी की व्यवस्था कर दी। इस लाइब्रेरी का फायदा आने वाले समय में जरूर दिखाई देगा।
वायु सेना के मेंटेनेंस कमांड के प्रमुख एयर मार्शल विभास पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री की संकल्पना पर वायु सेना की मेंटेनेंस कमान ने यह गांव गोद लिया है। आज यहां लाइब्रेरी की व्यवस्था कराई गई है और आने वाले समय में गांव की अन्य जरूरतों को पूरा करने की कोशिश की जाएगी।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वायु सेना के नागपुर स्थित मेंटेनेंस कमांड ने इस गांव को गोद लेने की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद गांव में 75 पौधे भी लगाए गये। इसी तरह ग्राम पंचायत की ओर से गांव में 75 पौधे लगाए गए। उल्लेखनीय है कि 2500 की जनसंख्या वाले इस गांव में पहले ही ग्रामीणों द्वारा 2500 पौधे लगाए जा चुके हैं।