Mahakumbh 2025: बसंत पंचमी पर महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, मेले में जीरो एरर व्यवस्था की तैयारी, पुलिस अलर्ट

By अंजली चौहान | Updated: February 2, 2025 08:12 IST2025-02-02T08:11:53+5:302025-02-02T08:12:38+5:30

Mahakumbh 2025: सीएम ने की तैयारियों की समीक्षा, अधिकारियों से कहा गया कि भीड़ जमा न हो, पार्किंग स्थल बढ़ाए जाएं

Mahakumbh 2025 preparations for zero error system Crowd of devotees gathered in Mahakumbh on Basant Panchami | Mahakumbh 2025: बसंत पंचमी पर महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, मेले में जीरो एरर व्यवस्था की तैयारी, पुलिस अलर्ट

Mahakumbh 2025: बसंत पंचमी पर महाकुंभ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, मेले में जीरो एरर व्यवस्था की तैयारी, पुलिस अलर्ट

Mahakumbh 2025: आज भारत के कई राज्यों में बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में बसंत पंचमी बहुत शुभ दिन माना जाता है और इस दिन को सरस्वती पूजा भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन सरस्वती माता की पूजा-अर्चना की जाती है। 

बसंत पंचमी के दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का विशेष महत्व है। ऐसे में प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में स्नान के लिए लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ी है। 3 फरवरी, सोमवार को महाकुंभ में तीसरा अमृत स्नान होने वाला है और उससे पहले श्रद्धालुओं का जन सैलाब प्रयागराज पहुंच रहा है। 

अमृत स्नान से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को व्यवस्थाओं में "शून्य त्रुटि" सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। एक बयान के अनुसार, शनिवार को प्रयागराज में समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि अखाड़ों की पारंपरिक 'शोभा यात्रा' भव्यता के साथ आयोजित की जानी चाहिए और सभी आवश्यक तैयारियां समय पर पूरी की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि सभी की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जानी चाहिए। 

उन्होंने अधिकारियों को पार्किंग की जगह बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं को यथासंभव कम पैदल चलना पड़े।

उन्होंने कहा कि प्रमुख स्थानों पर यातायात प्रबंधन के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को नियुक्त किया जाना चाहिए। आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि रविवार और सोमवार महत्वपूर्ण होंगे और कहा कि प्रमुख स्नान के दिनों से पहले, उसके दौरान या बाद में कोई वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। यह निर्देश बुधवार को संगम के निकट भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत और 60 लोगों के घायल होने के बाद आए हैं। संगम के निकट का इलाका मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण खचाखच भरा हुआ था। सोमवार को बसंत पंचमी पर अमृत स्नान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे सुचारू रूप से संपन्न कराया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को मजबूत अवरोधक लगाने, ऊंचे स्थानों पर साइनेज लगाने और उचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बेहतर संचार के लिए सैटेलाइट फोन के इस्तेमाल पर जोर दिया और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने का आदेश दिया।

मुख्यमंत्री ने झूंसी क्षेत्र में संदिग्ध व्यक्तियों की पुलिस जांच और अतिक्रमण हटाने का भी आदेश दिया। आदित्यनाथ ने कहा, "स्ट्रीट वेंडरों को सड़कों पर कब्जा नहीं करना चाहिए और उन्हें निर्दिष्ट क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। क्रेन और एम्बुलेंस सेवाओं के साथ-साथ नियमित पुलिस गश्त सुनिश्चित की जानी चाहिए।"

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बैठक में यह सुनिश्चित करने के लिए चर्चा की गई कि घाटों की ओर जाने वाले लोगों की धारा और नदी में डुबकी लगाने के बाद वहां से लौटने वाले लोगों की भीड़ एक दूसरे से न टकराए।

दरअसल, 29 जनवरी को हुई भगदड़ के बाद से प्रशासन अलर्ट हो गया है और दोबारा ऐसी घटना न हो इसलिए योगी सरकार और पुलिस एक्शन मोड में है। 

Web Title: Mahakumbh 2025 preparations for zero error system Crowd of devotees gathered in Mahakumbh on Basant Panchami

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