भोपालः वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और संचालक लोक अभियोजन पुरुषोत्तम शर्मा को पत्नी से मारपीट करना महंगा पड़ा. शर्मा के द्वारा पत्नी से मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद आज राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है.
राज्य सरकार के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार उन्हें संचालक लोक अभियोजन के पद से तत्काल हटाते हुए उन्हें कोई पद स्थापना नहीं दी है. गौरतलब है कि पुरुषोत्तम शर्मा की पत्नी के द्वारा उन्हें एक युवती के साथ रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद उन्होंने पत्नी की पिटाई कर दी थी.
एक संपूर्ण घटनाक्रम से जुड़े दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ ही श्रीमती शर्मा ने इस सारे मामले की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ ही राज्य सरकार को भी दी. इसके बाद राज्य सरकार ने आनन-फानन में पुरुषोत्तम को संचालक लोक अभियोजन के पद से हटाने का फैसला लिया. इस मामले को लेकर गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस मामले में औपचारिक शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्हें (पुरुषोत्तम शर्मा) कार्य मुक्त कर दिया गया है. ज़िम्मेदारी पद पर बैठा हुआ कोई भी व्यक्ति अगर गैरकानूनी गतिविधियां करता है और कानून को अपने हाथ में लेता है तो वो कोई भी हो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
पुरुषोत्तम शर्मा के द्वारा पत्नी से मारपीट किए जाने के मामले को लेकर मप्र महिला आयोग ने भी संज्ञान लेते हुए कार्रवाई प्रारंभ कर दी है. मध्य प्रदेश महिला आयोग के अध्यक्ष शोभा ओझा ने मीडिया से कहा कि आयोग ने शर्मा के द्वारा अपनी पत्नी को बुरी तरह से पीटे जाने के मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई प्रारंभ की है. आयोग इस मामले में शर्मा को कड़ा दंड दिलवाने के लिए कार्रवाई करेगा.पुरुषोत्तम शर्मा ने मीडिया से कहा कि 12 साल पहले भी परिवार से समझौता किया था. अभी भी मेरी पूरी कोशिश होगी कि उन्हें उनके दायित्व और अधिकार समझाऊं. मुझ पर अगर शक किया जाता है तो इसका कोई इलाज नहीं है.
2008 में भी मेरी पत्नी ने मेरे खिलाफ शिकायत की थी लेकिन प्रश्न ये उठता है कि 2008 से आज 12 साल हो गए वो मेरे घर में ही रह रही, मेरे ही पैसे से विदेश जा रही,यदि मेरा स्वभाव मार-पीट का होता तो बहुत पहले ही शिकायत आ जाती.
मेरे पूरे घर में उन्होंने (पत्नी) कैमरे लगा रखे हैं, जहां तक मार-पीट का संबंध है तो एक सेल्फ डिफेंस भी होता है लेकिन मैं उनको और उनके बेटे को पूरी स्वतंत्रता देता हूं यदि वे समझते हैं कि मैं खराब हूं तो मेरे ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए.