भोपाल, 26 अगस्तःमध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में खराब सड़क की शिकायत करने 21 अगस्त को आये 61 साल के बुजुर्ग को नरसिंहपुर कलेक्टर अभय वर्मा ने कथित रूप से ऊंची आवाज में बात करने जेल भेज दिया। यह बुजुर्ग पांचवें दिन बड़ी मुश्किल से जमानत पर कल जेल से बाहर आया और उसने अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ कलेक्टर पर मामला दर्ज करने की मांग की है।
इस बुजुर्ग का नाम है पी के पुरोहित। वह रेलवे का सेवानिवृत्त कर्मचारी है और मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के ग्राम खुरपा का रहने वाला है।
जेल से बाहर आने के बाद पुरोहित ने आज कलेक्टर पर सड़क बनाने की मांग करने के कारण जबरन जेल पहुंचाने का आरोप लगाया और यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया है और घटना दिवस की सीसीटीवी फुटेज देखकर कलेक्टर पर एफआईआर दर्ज कराने की जाए।’’ नरसिंहपुर कलेक्टर अभय वर्मा ने ‘भाषा’ को बताया, ‘‘वह बुजुर्ग शराब पीकर जनसुनवाई में आया था और काफी हुड़दंग कर रहा था इसीलिए पुलिस पकड़ कर ले गयी।’’ इसी बीच, पुरोहित द्वारा कलेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग के बारे में पूछने पर जिले के पुलिस अधीक्षक डी.एस. भदौरिया ने कहा, ‘‘शिकायत कार्यालय में मिली है। जांच की जायेगी।’’ पुरोहित ने कहा कि मैंने ठान लिया है कि सड़क भी बनवाकर रहूंगा और अपने साथ हुए अन्याय की लड़ाई भी लडूंगा।
उन्होंने बताया, ‘‘मैंने अपनी शिकायत के साथ पूरा विवरण दिया और कलेक्टर अभय वर्मा को बार-बार बताया। इसलिए उन्होंने गुस्सा होकर मेरे को जेल भेजा है और कोई कारण नहीं है। मैंने कोई गलत शब्द बोले नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप सभी से यही निवेदन करता हूं कि मेरे उस दिन के टीवी फुटेज मंगाकर सबके सामने देखा जाये कि मैंने क्या गलत बोला है।’’ पुरोहित ने कहा कि उसका कुसूर सिर्फ इतना है कि वह चाहता है कि दो किलोमीटर की सड़क उसके गाँव में बन जाए।