लाइव न्यूज़ :

Madhya Pradesh :MP के CM मोहन यादव का मंत्रिमंडल भी चौंकाएगा !

By आकाश सेन | Updated: December 14, 2023 20:16 IST

भोपाल : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सरकार की कमान संभाल ली है। अभी उनकी टीम यानी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलों का दौर शुरु हो गया है। सीनियरों को जगह मिलेगी या फिर गुजरात फॉर्मूले के तहत मंत्रिमंडल भी चौंकाने वाला होगा ये समझना जरुरी है ।

Open in App
ठळक मुद्देमोहन के मंत्रिमंडल का इंतजार।कौन - कौन से चेहरे नजर आएंगे मंत्रिमंडल में।गुजरात फॉर्मूला चलता है तो कैबिनेट नए चेहरों के साथ बनेगी।केंद्रीय नेतृत्व से हरीझंडी मिलने के बाद टीम मोहन का ऐलान जल्द।

भोपाल : एमपी के 19 वें मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सरकार की जिम्मेदारी संभाल ली है । सरकार संभालते ही उन्होंने प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर लगे लाउड स्पीकरों पर अंकुश लगाने के आदेश जारी कर दिए है। लेकिन अब मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी है। माना जा रहा है कि CM मोहन जल्द ही अपने मंत्रिमडल का विस्तार कर सकते है। लेकिन मंत्रिमंडल में कौन से चेहरे शामिल होंगे इसको लेकर संशय की स्थिती है। पूर्व मंत्रियों और सांसद पद से इस्तीफा देकर विधायक बनें विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह देनी होगी। जिसको लेकर बड़े नेताओं से प्रारंभिक चर्चा करने के बाद CM डॉ मोहन यादव भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद के साथ जल्द दिल्ली जाएंगे।   

गुजरात फॉर्मूला चलता है तो कैबिनेट नए चेहरों के साथ बनेगी। जो लंबे समय से मंत्री रहे, ऐसे कई बड़े नाम बाहर होंगे। उन्हें सिर्फ जातिगत गणित यानी सोशल इंजीनियरिंग ही बचा पाएगा।  यानी CM चेहरे की तरह अब मोहन का मंत्रिमंडल भी चौंकाएगा। हालाकी इसको लेकर पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी नेतृत्व सभी की भूमिका तय करेगा ।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि डिप्टी CM और स्पीकर की नियुक्ति के बाद हाईकमान बचे हुए बड़े नेताओं कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, विजय शाह, भूपेंद्र सिंह, बिसाहूलाल सिंह जैसे कुछ नेताओं की भूमिका जल्द स्पष्ट करेगा। इसके बाद ही मंत्रिमंडल के नाम फाइनल होंगे।

 संघ के नामों को प्राथमिकता में रखा जा सकता है।  इसके साथ जातिगत समीकरण और महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जा सकती है। खबर ये भी है कि रीजन  और संभागों में भी संतुलन बैठाया जाएगा। ऐसे में देखने बेहद अहम होगा कि मोहन का मंत्रिमंडल में कौन- कौन से चेहरे शामिल होते है और जिसे जगह नहीं मिलती है उसकी क्या भूमिका होती है।  क्योकिं सीएम मोहन यादव के साथ ही केंद्रीय नेतृत्व के सामने भी चुनौती है । पूर्व सीएम शिवराज लगातार केंद्रीय नेतृत्व से दूरी बनाएं हुए है। ऐसे में पूर्व सीएम शिवराज  समेत टीम शिवराज के नेताओं को अगर एडजेस्ट नहीं किया गया। तो आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए मुसीबत खड़़ी हो सकती है। 

टॅग्स :Madhya Pradeshमध्य प्रदेशउज्जैनभोपालbhopalमोहन यादवजेपी नड्डाMohan Yadavjp nadda
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतकौन थे स्वराज कौशल? दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के पति का 73 साल की उम्र में हुआ निधन

भारतफिर खुलेगी आईएएस संतोष वर्मा की फाइल, हाईकोर्ट ने पुलिस जांच को दी मंजूरी

भारतभयावह हादसे के चार दशक, नहीं सीखे सबक

भारतमुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक, अफसरों को अधिकाधिक अस्पतालों और डॉक्टर्स को आयुष्मान योजना से जोड़ने के निर्देश

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की