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Madhya Pradesh Election Results 2023: एमपी के सीएम पर दिल्ली में होगा मंथन: रेस में 5 चेहरे; चुनाव जीते केंद्रीय मंत्री और सांसदों की संसद सदस्यता पर भी होगा निर्णय

By आकाश सेन | Updated: December 4, 2023 18:35 IST

भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद बीजेपी में मुख्यमंत्री के चयन को लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक हलचल तेज हो गई है। भाजपा के सभी केंद्रीय पदाधिकारी और मंत्री दिल्ली पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही भाजपा संसदीय दल की बैठक हो सकती है। बैठक में मुख्यमंत्री का नाम फाइनल किया जा सकता है।

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ठळक मुद्देमध्यप्रदेश के सीएम पर दिल्ली में होगा मंथन।केंद्रीय मंत्री और सांसदो के सदस्यता का भी होगा निर्णय।मुख्यमंत्री की रेस में कई चेहरे ।बीजेपी सीएम चयन के लिए जल्द नियुक्त करेगी पर्यवेक्षक।

भोपाल: मध्यप्रदेश की 163 सीटें जीतकर बीजेपी ने दो तिहाई से ज्यादा बहुमत हासिल किया है। अब सीएम को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित आधा दर्जन नेता सीएम पद के दावेदार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी ने इस बार किसी एक नेता को सीएम का चेहरा नहीं बनाया। बल्कि, सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा और थीम रखी "एमपी के मन में मोदी.... मोदी के मन में एमपी" अब बहुमत मिलने के बाद नए मुख्यमंत्री का फैसला होना है।

मुख्यमंत्री चयन को लेकर भाजपा जल्द ही पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर सकती है। ये पर्यवेक्षक मध्यप्रदेश के विधायक दल की बैठक लेकर विधायक दल के नेता का चयन करेंगे। इसी बैठक के बाद तय हो जाएगा कि MP का मुख्यमंत्री कौन होगा।

मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित आधा दर्जन नेता सीएम पद के दावेदार हैं। एमपी से विधानसभा का चुनाव जीते नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल भी मुख्यमंत्री बनने की रेस में शामिल हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का भी नाम मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।

केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों पर होगा फैसला 

एमपी के विधानसभा चुनाव में दो केंद्रीय मंत्री सहित कुल 5 सांसदों ने जीत हासिल की है। अब इन मंत्री और सांसदों को अपनी संसद की सदस्यता 14 दिनों के अंदर छोड़नी होगी। यदि वे संसद की सदस्यता नहीं छोड़ते हैं तो 14 दिनों के बाद अपने आप सदस्यता समाप्त हो जाएगी। ऐसे में संभव है कि दो केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर और सांसद राकेश सिंह, रीति पाठक व राव उदय प्रताप सिंह संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दें। क्योंकि, अगले पांच महीनों में लोकसभा के चुनाव होने हैं।

इससे पहले नरसिंहपुर सीट से नवनिर्वाचित विधायक और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी सोमवार सुबह दिल्ली रवाना हुए। खबर है कि उन्होंने भी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है।

क्या सीएम शिवराज को मिलेगा पांचवां कार्यकाल 

साल 2003 में बीजेपी ने दिग्विजय सिंह की सरकार को परास्त कर एमपी की 165 सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया और सत्ता में काबिज हुई। सीएम बनी उमा भारती और फिर उनके इस्तीफे के बाद बाबूलाल गौर और उनके बाद 2005 में मप्र के मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान... 2003 में सत्ता में आने के बाद से लगातार 2008, 2013 के चुनाव जीतते हुए 2018 तक बीजेपी सरकार में रही।

15 साल बाद उलटफेर हुआ और कांग्रेस सत्ता में आई, लेकिन कमलनाथ के नेतृत्व में बनी सरकार महज 15 महीने ही चल पाई। और दलबदल के बाद शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बन गए। इस बार बीजेपी को 2003 जैसी जीत मिली है। अब मप्र के मुख्यमंत्री को लेकर जनता के मन में सवाल उठ रहे हैं। सवाल भी इसलिए क्योंकि बीजेपी ने इस बार किसी एक नेता को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए बिना सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा।

CM हाउस में बधाई देने वालों का आना-जाना

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भोपाल स्थित निवास में सोमवार को भी बधाई देने वालों का आना-जाना जारी रहा।  पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने CM हाउस पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत की  बधाई दी।  बेटे नकुलनाथ भी साथ रहे।  सोमवार को मंत्री भूपेंद्र सिंह और  मंत्री विश्वास सारंग भी CM हाउस पहुंचे। भाजपा के प्रदेश कार्यालय में भी हलचल तेज रही। इधर, कांग्रेस कार्यालय में खामोशी और सन्नाटा देखा गया। 

गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। लिहाजा सत्र में भाग लेने के लिए केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रहलाद पटेल रविवार को ही दिल्ली पहुंच गए थे। एमपी से विधानसभा का चुनाव जीते नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल सीएम की रेस में हैं। जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मुख्यमंत्री के दावेदार हैं। 

टॅग्स :मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023मध्य प्रदेशशिवराज सिंह चौहानकैलाश विजयवर्गीयBJPभोपालJyotiraditya Scindia
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