मध्य प्रदेश चुनाव: CM शिवराज ने ली 2 सबसे ज्यादा चुनावी सभाएं, दिग्विजय सिंह ने किया 42 जिलों में संपर्क
By राजेंद्र पाराशर | Updated: November 28, 2018 02:09 IST2018-11-28T02:09:37+5:302018-11-28T02:09:37+5:30
भाजपा में मुख्यमंत्री के अलावा प्रधानमंत्री ने पांच दिनों में झाबुआ, रीवा, विदिशा, ग्वालियर, शहडोल, जबलपुर, छतरपुर, इंदौर, छिंदवाड़ा और मंदसौर में 10 सभाओं को संबोधित किया. इन 10 सभाओं के माध्यम से वे करीब 200 विधानसभाओं तक पहुंचे. उनके कार्यक्रम इस प्रकार तय किए गए कि वे अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों को कवर कर सकें.

मध्य प्रदेश चुनाव: CM शिवराज ने ली 2 सबसे ज्यादा चुनावी सभाएं, दिग्विजय सिंह ने किया 42 जिलों में संपर्क
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा चुनावी सभाएं राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की है. उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी को छोड़कर पूरे प्रदेश में 154 सभाएं की है.
राज्य में हर बार की तरह इस बार भी भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ही मतदाता के सामने रखा. चौहान के चेहरे पर ही भाजपा ने एक तरह से यह चुनाव लड़ा है. यही मुख्यमंत्री ने इस बार आचार संहिता लगने से पहले जनआशीर्वाद यात्रा की और जनता के बीच पहुंचे. फिर जब चुनाव प्रचार शुरु हुआ तो खुद ने कमान संभाली और सभी नेताओं से ज्यादा चुनावी सभाएं की है. खुद मुख्यमंत्री ने आज ट्वीट कर बताया कि उन्होंनसभाओं की संख्या में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आगे रहे हैं. चौहान ने आज ट्वीट करते हुए बताया कि उन्होंने पूरे राज्य में 154 सभाएं कीं. इस दौरान वे सभी जिलों तक पहुंचे.
भाजपा में मुख्यमंत्री के अलावा प्रधानमंत्री ने पांच दिनों में झाबुआ, रीवा, विदिशा, ग्वालियर, शहडोल, जबलपुर, छतरपुर, इंदौर, छिंदवाड़ा और मंदसौर में 10 सभाओं को संबोधित किया. इन 10 सभाओं के माध्यम से वे करीब 200 विधानसभाओं तक पहुंचे. उनके कार्यक्रम इस प्रकार तय किए गए कि वे अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों को कवर कर सकें.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश भर में 7 दिन में 27 कार्यक्रम किए. इसमें सभाएं और रोड शो भी शामिल रहे. शाह ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में एक रोड शो किया. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह, नरेंद्र सिंह तोमर, उमा भारती और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी विभिन्न स्थानों पर प्रचार की कमान संभालते नजर आए.
कांग्रेस के दिग्गज नेता भी प्रचार में पीछे नहीं रहे. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सितंबर से लेकर अब तक प्रदेश में 30 से भी ज्यादा कार्यक्रम हुए. उन्होंने प्रदेश के सभी प्रमुख स्थानों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर समेत कई जिलों में या तो सभाओं को संबोधित किया या उनके रोड शो हुए.
कमलनाथ की इन दिनों में जहां 61 सभाएं हुईं, वहीं सिंधिया ने कुल 120 सभाएं कीं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी करीब 42 जिलों में संपर्क के लिए पहुंचे. इनके अलावा राजबब्बर, नवजोत सिंह सिद्दू, अमीष पटेल और नगमा ने भी कई स्थानों पर कांग्रेस के पक्ष में प्रचार किया है. दोनों दलों का आला नेतृत्व इन दिनों प्रदेश में प्रेस से भी मुखातिब हुआ. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन के अलावा रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद इसी श्रेणी में शामिल रहे.