मध्यप्रदेश चुनावः बीजेपी की इन 5 महिलाओं से निपटने को कांग्रेस के पास हथियार नहीं, पस्त ना कर दे ये कमी
By संतोष ठाकुर | Updated: November 25, 2018 08:05 IST2018-11-25T08:05:02+5:302018-11-25T08:05:02+5:30

मध्यप्रदेश चुनावः बीजेपी की इन 5 महिलाओं से निपटने को कांग्रेस के पास हथियार नहीं, पस्त ना कर दे ये कमी
मध्यप्रदेश में लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए प्रयासरत कांग्रेस के सामने बूथ मैनेजमेंट की सबसे बड़ी चुनौती है. भाजपा हर बूथ पर 10 से 20 लोगों को तैनात कर रही है. यही नहीं, पहली बार भाजपा महिला मोर्चा को भी हर बूथ पर कम से कम 5 महिलाओं को तैनात करने का दायित्व सौंपा गया है.
दूसरी ओर कांग्रेस की समस्या यह है कि 15 साल सत्ता से बाहर रहने की वजह से उसका जमीन पर वह संगठन तंत्र नहीं है, जिसके सहारे वह हर बूथ पर 24 से 30 समर्पित कार्यकर्ताओं को तैनात करे. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का मानना है कि राज्य में बूथ मैनेजमेंट की समस्या रही है, लेकिन इस बार यह दिक्कत नहीं है.
इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा, ''यह पहली बार है जब हमारा संगठन एकजुट होकर काम कर रहा है. राज्य के तीन बड़े नेता कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह पहली बार मिलकर कार्य कर रहे हैं. वे एक-दूसरे को धराशाही करने की जगह कांग्रेस को सत्ता में लाने का प्रयास कर रहे हैं.''
उन्होंने कहा कि इन तीनों नेताओं के कार्यकर्ता चुनाव जीतने के लिए काम कर रहे हैं. यह संभव है कि वे अपने नेता के लिए ही कार्य कर रहे हों, लेकिन उनका प्रयास है कि उनके नेता के इलाके में कांग्रेस की जीत हो. इसका कांग्रेस को लाभ होगा और बूथ पर कार्यकर्ताओं की कमी नहीं होगी.
भाजपा के कई बूथ प्रबंधक होंगे कांग्रेस के साथ
कांग्रेस के एक अन्य नेता ने कहा कि पार्टी की सत्ता में वापसी का संकेत मिलते ही भाजपा के कई बूथ प्रबंधक कांग्रेस के साथ आने को तैयार हैं. उन्होंने कहा, ''चुनाव तक भाजपा के कई बूथ प्रबंधक हमारे साथ होंगे. हमारे पुराने कार्यकर्ता जो घरों में बैठे थे, उन्होंने भी बूथ पर काम शुरू कर दिया है.''
हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि महिला कार्यकर्ताओं की कुछ कमी होगी. साथ ही जोड़ा कि महिलाएं शिवराज सिंह चौहान सरकार से दुखी हैं और वे कांग्रेस को वोट देंगी. उन्होंने दावा किया कि हर बूथ पर भाजपा से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता दिखेंगे और कांग्रेस की सरकार बनेगी.