भोपाल : मध्यप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव होंगे। डॉ मोहन यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक हैं। भोपाल स्थित BJP मुख्यालय में पार्टी के विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी है। डॉ मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं। कार्यकारी सीएम शिवराज सिंह ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा। जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया।
दो डिप्टी सीएम होंगे - जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला। जगदीश देवड़ा मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ से विधायक हैं। देवड़ा SC वर्ग से आते हैं। जबकि राजेन्द्र शुक्ला रीवा सीट से विधायक हैं। ब्राह्मण वर्ग से आते हैं। नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष होंगे। तोमर मुरैना जिले की दिमनी सीट से विधायक हैं। हालांकि डिप्टी सीएम और स्पीकर के नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। बैठक में पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के. लक्ष्मण और आशा लकड़ा मौजूद रहे।
डॉ मोहन यादव बोले- मैं पार्टी का छोटा सा कार्यकर्ता
मुख्यमंत्री के रूप में अपने नाम के ऐलान के बाद डॉ मोहन यादव ने कहा कि मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। प्यार और सहयोग के लिए पार्टी की स्टेट लीडरशिप और केंद्रीय लीडरशिप का बहुत बहुत धन्यवाद। मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाऊंगा।
इधर विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद प्रदेश के कार्यकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजभवन पहुंचकर सीएम पद से इस्तीफा दे दिया ।
एमपी के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने काफी संघर्ष के बाद राजनीति में अपनी जगह बनाई छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत करने वाले मोहन यादव बीजेपी के स्थापित नेताओं में से एक हैं। उज्जैन संभाग के बड़े नेताओं में उनकी गिनती होती है। संघ के करीब और क्षेत्र में पकड़ के साथ साथ सीनियर नेताओं से बेहतर तालमेल होने के कारण केंद्रीय नेतृत्व ने मोहन यादव पर भरोसा जताया है । ओबीसी चेहरा और साफ छवि होने का पूरा फायदा मोहन यादव को मिला और वे प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बने है ।
MP के नए सीएम डॉ मोहन यादव का सियासी सफरउज्जैन में 25 मार्च 1965 में जन्म हुआ था मोहन यादव कामाधव विज्ञान महाविद्यालय से छात्र राजनीति की शुरुआत की थी। 1982 में वे माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव 1984 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे हैं।1984 मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री बने ।1986 मे विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली।1988 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे । सन 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रह चुके हैं।1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे हैं।संघ में सक्रियता की वजह से मोहन यादव 1997 में भाजयुमो प्रदेश समिति में अपनी जगह बनाई।1998 में उन्हें पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने।2004-2010 के बीच वह उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहें।पहली बार 2013 में विधायक बने। 2018 में भी पार्टी ने उनपर भरोसा किया और वह चुनाव जीतने में सफल रहे।2020 में जब बीजेपी की सरकार बनी तो मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री बने।