ये है 'मेड इन इंडिया' विमान, जल्द उठाएंगे भारतीय यात्री हवाई सफर का लुत्फ
By रामदीप मिश्रा | Updated: December 27, 2017 19:11 IST2017-12-27T16:28:53+5:302017-12-27T19:11:29+5:30
विमान बेहद उन्नत इंजन से लैस है। ये 448 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है।

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भारतीय आसमान में जल्द ही 'मेड इन इंडिया' विमान उड़ते हुए दिखाई देंगे। दरअसल, डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के विमान डॉर्नियर-228 को यात्री सेवाओं के लिए इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है। अब आगामी समय में भारतीय यात्री इस विमान से हवाई सफर का लुत्फ उठा सकेंगे।
यह पहला मौका है जब किसी घरेलू कंपनी द्वारा निर्मित विमान को डीजीसीए ने कमर्शियल उड़ान की मंजूरी दी है। इस विमान में 19 सीटें हैं और इसका हाल ही हाल में कानपुर हवाई अड्डे पर इसका सफल परीक्षण किया गया। इस विमान को सशस्त्र बल पहले से ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
कानपुर स्थित एचएएल का 1960 से ही ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट डिवीजन है। एचएएल ने इस विमान का निर्माण किया है। यह विमान बेहद उन्नत इंजन से लैस है। इसमें विमान 448 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है। एक टैंक फुल होने पर 700 किमी की दूरी तय कर सकता है। यह विषम मौसम और रात में उड़ने में भी सक्षम है। इसकी क्षमताओं को देखते हुए कई देशों की सेनाएं इसे इस्तेमाल करती हैं। कानपुर एचएएल के पास फिलहाल 63 डॉर्नियर तैयार हैं, जिन्हें एयरलाइंस तुरंत इस्तेमाल में ला सकती हैं।
बताया जा रहा है कि डीजीसीए की अनुमति मिलने के बाद एचएएल अब भारत में एयरलाइंस कंपनियों को भी विमान बेच सकेगी। ऐसे में घरेलू उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। अधिकारियों ने बताया, डॉर्नियर-228 का इस्तेमाल करने वाली एयरलाइंस को कुछ छूट भी दी जा सकती है ताकि स्वदेश निर्मित विमान का उपयोग बढ़े।