Lokmat Parliamentary Awards 2023: सर्वाधिक विश्वसनीय और प्रतिष्ठित ‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कारों का पांचवां पुरस्कार समारोह आज दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। 'लोकमत' संसदीय पुरस्कार वितरण समारोह से पहले मंगलवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक 'लोकमत' नेशनल कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। 'धर्म और जाति में उलझा लोकतंत्र' विषय पर विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने अपने विचार रखे। सचिन पायलट ने कहा, "राम मंदिर की आड़ में राजनीति हो रही है, भारत एक धार्मिक देश है और सबकी अपनी आस्था है।" पायलट ने कांग्रेस के राम मंदिर कार्यक्रम में न जाने और राहुल गांधी के झारखंड के मंदिर में दर्शन पर कहा कि इस देश में सभी को अधिकार है वह किसको मान रहा उसकी आस्था किसमें में हैं।
मौजूदा बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए पायलट ने कहा कि आज किसान संघर्ष कर रहा है, किसान की आमदनी डबल नहीं हुई। भाजपा और सरकारी एजेंसी चरित्र हनन करती है। सभी विपक्षी नेता को परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा केवल परेशान कर रही है, 10 साल में क्या किया मोदी ने, करप्शन पर भाजपा क्या कर रही है। किसी भी चीज की जांच नहीं हो रही है। 95 प्रतिशत छापे विपक्षी दल पर किया जा रहा है। देश की संस्थाएं का दुरुपयोग हो रहा है।
पीएम मोदी पर वार करते हुए पायलट ने कहा कि पीएम मोदी पर पास नौकरी और महंगाई पर कोई जवाब नहीं है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष, सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला, दिल्ली की शिक्षा, लोकनिर्माण और बिजली मंत्री आतिशी, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी वक्ताओं में शामिल हैं।
बता दें कि पुरस्कार वितरण समारोह मंगलवार, 6 फरवरी को नई दिल्ली में जनपथ रोड पर स्थित डॉ. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में संपन्न होने जा रहा है। इसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला, डॉ. सुभाष कश्यप, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले मौजूद रहेंगे।लोकमत पार्लियामेंटरी अवार्ड समिति के अध्यक्ष एवं लोकसभा के पूर्व महासचिव एवं संविधान विशेषज्ञ डॉक्टर सुभाष कश्यप की अध्यक्षता वाली जूरी ने संसदीय पुरस्कारों के लिए राज्यसभा और लोकसभा से चार-चार सांसदों का चयन किया।
इस जूरी में लोकमत मीडिया समूह के एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन एवं पूर्व सांसद डॉक्टर विजय दर्डा, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीररंजन चौधरी, सांसद भवतृहरि महताब, सांसद सी. आर. पाटिल, सांसद एन. के. प्रेमचंद्रन, सांसद तिरुचि शिवा, सांसद डॉक्टर रजनी पाटिल, एबीपी न्यूज के कार्यकारी उपाध्यक्ष राजीव खांडेकर और लोकमत समूह के राष्ट्रीय संपादक हरीश गुप्ता शामिल थे।