लोकसभा चुनाव 2019: बीजेपी की पारंपरिक सीट है कोडरमा, लेकिन इस बार बाबू लाल मरांडी दे सकते हैं कड़ी टक्कर

By पल्लवी कुमारी | Updated: March 19, 2019 10:44 IST2019-03-19T10:26:39+5:302019-03-19T10:44:54+5:30

कोडरमा लोकसभा सीट: कोडरमा लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद बीजेपी के रविन्द्र कुमार राय हैं। बीजेपी के रविन्द्र कुमार राय ने 2014 के आम चुनाव में कम्युनिस्ट पार्टी के राजकुमार यादव को हराया था।

lok sabha elections Koderma loksabha constituency know bjp and congress plan | लोकसभा चुनाव 2019: बीजेपी की पारंपरिक सीट है कोडरमा, लेकिन इस बार बाबू लाल मरांडी दे सकते हैं कड़ी टक्कर

लोकसभा चुनाव 2019: बीजेपी की पारंपरिक सीट है कोडरमा, लेकिन इस बार बाबू लाल मरांडी दे सकते हैं कड़ी टक्कर

Highlights कोडरमा सीट से बीजेपी अब-तक छह बार जीत चुकी है। लोकसभा चुनाव: झारखंड में सुदेश महतो की पार्टी आजसू से बीजेपी ने गठबंधन किया है।लोकसभा चुनाव: झारखंड में कांग्रेस 7 सीटों पर तो झामुमो 4 झाविमो 2 और राजद 1 सीट पर चुनाव लड़ेंगे।

झारखंड की 14 लोकसभा सीट में से कोडरमा लोकसभा सीट को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का गढ़ कहा जाता है। कोडरमा लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद बीजेपी के रविन्द्र कुमार राय हैं। बीजेपी के रविन्द्र कुमार राय ने 2014 के आम चुनाव में भाकपा (माले) के राजकुमार यादव को हराया था। कोडरमा सीट से बीजेपी अब-तक छह बार जीत चुकी है। वहीं, कांग्रेस दो बार और झारखंड विकास मोर्चा एक बार जीत दर्ज कर चुकी है। 2014 के लोकसभा चुनाव में 62.51 प्रतिशत वोटिंग हुई। कोडरमा लोकसभा सीट से सबसे कद्दावर नेता बाबू लाल मरांडी माने जाते हैं, वो यहां से तीन बार जीत भी चुके हैं और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। भाकपा (माले) की ओर से 2019 की चुनाव के लिए फिर राजकुमार यादव को उम्मीदवार बनाया गया है।

कोडरमा लोकसभा सीट का परिचय

कोडरमा जिला झारखंड की राजधानी रॉंची से 165 किलोमीटर दूर है। इसे भारत का अभ्रक जिला भी बोला जाता है। इस लोकसभा क्षेत्र में ग्रामिण और शहरी दोनों लोग शामिल हैं। जिले में 717 गांव हैं। यहां मुख्यत हिंदी और खोट्टा भाषा बोली जाती है। 

कोडरमा की अधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, जिले का क्षेत्रफल 1655.61 वर्ग किमी है। यहां की जनसंख्या 7,16,259 है। जिसमें पुरुषों की संख्या 3,67,222 हैं और महिलाएं 3,49,037  है। कोडरमा जिले के अंदर छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जिसमें कोडरमा, बरकाठा, धनवार, बगोदर, जमुना और गांडेय है। इन विधानसभा क्षेत्रों में से जमुना जो गिरिडीह जिले में आता है, वो सीट अनुसूचित जाति के लिए अरक्षित  पूरी तरह आरक्षित है। 

कोडरमा लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास 

1952 से 1971 तक कोडरमा लोकसभा सीट अस्तित्व में ही नहीं था। 1977 में यह सीट अस्तित्व आया और जनता पार्टी के आर.एल.पी. वर्मा जीते थे। 1980 में भी बीजेपी की ओर से  आर.एल.पी. वर्मा जीते थे। 1984 में तिलकधारी सिंह जीते, जो कांग्रेस के प्रत्याशी थे। 1989 में बीजेपी की ओर से फिर आर.एल.पी. वर्मा जीते। 1991 में यहां से मुमताज अंसारी जीते  जो जनता दल के सदस्य थे। 

1996 में फिर से बीजेपी के आर.एल.पी. वर्मा जीते। 1998 में बीजेपी के आर.एल.पी. वर्मा विजयी हुए। 1999 कांग्रेस आई और तिलकधारी सिंह जीते। 2004 में बीजेपी की ओर से बाबू लाल मरांडी जीते थे। 2009 में भी बाबू लाल मरांडी जीते। लेकिन इस बार वो अपनी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) की ओर से जीते थे। 2014 के मोदी लहर में बीजेपी के डॉ.रवींद्र कुमार जीते थे। 2006 में यहां से बाय पोल में बाबू लाल मरांडी जीत चुके हैं।  

बाबू लाल मरांडी कोडराम से लड़ सकते हैं चुनाव 

कोडरमा लोकसभा सीट से सबसे कद्दावर नेता बाबू लाल मरांडी माने जाते हैं, वो यहां से तीन बार जीत भी चुके हैं और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। बाबू लाल मरांडी की पार्टी र्झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के साथ महागठबंध में है। बाबू लाल मरांडी ने साफ कर दिया है कि वो कोडरमा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन फिलहाल अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। कोडरमा संसदीय क्षेत्र में कांटे का मुकाबला होगा, त्रिकोणीय मुकाबले में सबकी प्रतिष्ठा दांव पर है। 

झारखंड महागठबंधन: कांग्रेस, झामुमो,  झाविमो और राजद का समीकरण 

झारखंड लोक सभा चुनाव में महागठबंधन के फैसला 2019 के फरवरी में ही हो गया था लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 7 सीटों पर तो झामुमो 4 झाविमो 2 और राजद 1 सीट पर चुनाव लड़ेंगे। लेकिन विधानसभा में सबसे ज्यादा सीटे झामुमो को दी जाएगी। गठबंधन के बाद सामने आई जानकारियों को मुताबिक (अभी तक) 14 लोक सभा सीटों में से राजमहल, दुमका और गिरिडीह से झामुमो है। कांग्रेस लोहरदगा, खूंटी, रांची, धनबाद और जमशेदपुर से प्रत्याशी खड़े करेगी। बाकी सीटों पर अभी फैसला नहीं आया है।' स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस सीट के लिए महागठबंधन में रार है।  झामुमो इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती है लेकिन कांग्रेस ने पहले ही अपना दावा पेश कर दिया है। 

झारखंड में बीजेपी और आजसू का गठबंधन

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा 2019 के लिए आजसू से गठबंधन किया है। बीजेपी झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से 13 लोकसभा सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। वहीं, आजसू सिर्फ एक लोकसभा सीट गिरिडीह से चुनाव लड़ेगी। हालांकि बीजेपी ने अभी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।

सात चरण में 11 अप्रैल से 19 मई तक होंगे लोकसभा चुनाव

चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा का चुनाव सात चरण में, 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है। सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी। झारखंड में चौथे चरण में चुनाव शुरू होगा

झारखंड (14 सीट)

चरणचुनाव की तारीखसंसदीय क्षेत्र का नाम
चौथा चरण 29 अप्रैलचतरा, लोहरदग्गा,पालामू
पांचवां चरण6 मईकोडरमा, रांची, खूंटी, हजारीबाग
छठवां चरण12 मईगिरिडीह, धनबाद, जमशेदपुर, सिंहभूम
सातवां चरण 19 मईराजमहल, दुमका, गोड्डा

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