भाजपा-कांग्रेस के सामने जेजेपी की 'युवा सेना', हिसार से फिर किस्मत आजमाने उतरे दुष्यंत चौटाला
By बलवंत तक्षक | Published: April 20, 2019 08:02 AM2019-04-20T08:02:51+5:302019-04-20T12:39:38+5:30
हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से अलग होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला की तरफ से गठित नई राजनीतिक पार्टी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने भाजपा और कांग्रेस से मुकाबले के लिए युवाओं की फौज मैदान में उतार दी है.
हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से अलग होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पोते दुष्यंत चौटाला की तरफ से गठित नई राजनीतिक पार्टी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने भाजपा और कांग्रेस से मुकाबले के लिए युवाओं की फौज मैदान में उतार दी है. पिछले लोकसभा चुनावों में हिसार से इनेलो के टिकट पर जीते सांसद दुष्यंत चौटाला एक बार फिर इसी सीट से जेजेपी की टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं. दुष्यंत 16वीं लोकसभा में सबसे छोटी उम्र के सांसद हैं.
हरियाणा में लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी (आप) और जेजेपी के गठबंधन की बात सिरे नहीं चढ़ने के फौरन बाद दुष्यंत चौटाला ने अपने हिस्से में आई 7 सीटों में से 4 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. दिल्ली में 'आप' नेताओं के साथ साझा प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा की. समझौते के तहत हरियाणा की 10 में से 7 सीटों पर जेजेपी और 3 सीटों पर 'आप' चुनाव लड़ेगी. हरियाणा में सभी 10 सीटों पर छठे चरण में 12 मई को मतदान होना है.
हिसार से जहां दुष्यंत चौटाला ने ताल ठोकने का फैसला किया है, वहीं इनेलो को शिकस्त देने के लिए सिरसा से उन्होंने निर्मल सिंह मल्हड़ी को टिकट दिया है. दुष्यंत का हिसार में आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति के मैदान में उतरे केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह से मुकाबला है. भाजपा की टिकट पर वे पहला चुनाव लड़ रहे हैं. सिरसा (सुरक्षित) सीट पर अभी इनेलो का कब्जा है. इनेलो ने एक बार फिर मौजूदा सांसद चरणजीत सिंह रोडी पर ही दांव लगाया है. मुकाबले के लिए जेजेपी की टिकट पर मैदान में उतरे निर्मल सिंह मल्हड़ी मजहबी सिख हैं और पंजाबी लोकगीतों पर आधारित 100 से ज्यादा कार्यक्र म कर चुके हैं.
भाजपा ने यहां आईआरएस की सेवा छोड़कर राजनीति में आई सुनीता दुग्गल को टिकट दिया है. भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह को इस बार संसद में पहुंचने के लिए दो युवा नेताओं से लोहा लेना पड़ेगा. उन्हें अमेरिका से पढ़ाई कर लौटी जेजेपी की स्वाती यादव और पूर्व मुख्यमंत्री बंसी लाल की पोती कांग्रेस उम्मीदवार श्रुति चौधरी से जूझना होगा.
इसी तरह रोहतक से कांग्रेस के मौजूदा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के मुकाबले जेजेपी ने युवा नेता प्रदीप देशवाल को टिकट दिया है. देशवाल 10000 लोगों से आंखें दान करवाने का रिकॉर्ड बनवा चुके हैं. भाजपा ने यहां पूर्व सांसद डॉ. अरविंद शर्मा को किस्मत आजमाने का मौका दिया है. जेजेपी को अभी सोनीपत, गुरु ग्राम और कुरु क्षेत्र सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा करनी है. 'आप' के हिस्से में फरीदाबाद, अंबाला और करनाल की सीटें आई हैं. उम्मीदवारों का ऐलान जब भी हो, यह तय है कि मैदान में उतरने वाले जेजेपी प्रत्याशियों की उम्र 25 से 30 साल के बीच होगी.