नई दिल्ली: कांग्रेस ने भारी मशक्कत के बाद भाजपा से लड़ने के लिए विपक्षी दलों की जो गुटबंदी की थी, वो लोकसभा चुनाव से पहले ही बिखरती नजर आ रही है। बीते बुधवार को इंडिया गठबंधन एक के बाद एक लगे झटकों से धराशायी नजर आ रहा है। जी हां, विपक्षी गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी ने भी तृणमूल की राह पर चलते हुए ऐलान कर दिया है कि वो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को पंजाब में एक भी सीट नहीं देगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस समय पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने जा रहा हैं, वहीं उनके बंगाल में आगमन से पहले तृणमूल ने साफ कर दिया है कि वो अपने सूबे में कांग्रेस को अपनी जमीन पर वोटों की खेती नहीं करने देगी। ममता बनर्जी के रास्ते पर चलते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कह दिया है कि वो पंजाब में कांग्रेस के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे।
तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा, "कांग्रेस पार्टी के साथ मेरी कोई चर्चा नहीं हुई। मैंने हमेशा कहा है कि बंगाल में हम अकेले लड़ेंगे। मुझे इसकी चिंता नहीं है कि देश में क्या किया जाएगा, लेकिन हम एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी हैं और बंगाल में हम अकेले ही बीजेपी को हराएंगे।"
वहीं चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कुछ इसी तरह की बात करते हुए कहा कि उनकी पार्टी पंजाब में कांग्रेस के साथ किसी तरह का गठबंधन नहीं करेगी। सीएम मान ने साफ शब्दों में कहा कि आप पंजाब की सभी 13 सीटें अकेले लड़ेगी और जीतेगी।
आप नेता मान ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "2024 के लोकसभा चुनाव में आप को पंजाब की सभी 13 सीटें मिलेंगी औऱ हम किसी अन्य दल के साथ किसी तरह का चुनावी समझौता नहीं करने जा रहे हैं।"
तृणमूल के कड़े स्टैंड के बाद बैकफुट पर आयी कांग्रेस की ओर से सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "राहुल गांधी ने बंगाल के सवाल पर बहुत स्पष्ट जवाब दिया है और मैं भी वही बात दोहराना चाहूंगी कि बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर तृणमूल से काफी बातचीत हो चुकी है।"
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि राहुल गांधी ने इसका बहुत स्पष्ट जवाब दिया है और मैं इसे दोहराना चाहूंगा कि सीट बंटवारे के लिए बहुत सारी बातचीत हुई है लेकिन इंडिया ब्लॉक में ममता बनर्जी की भूमिका के बारे में कोई सवाल नहीं है। 'वह इस गठबंधन का हिस्सा हैं और हम साथ मिलकर यह चुनाव लड़ेंगे।''
इसके साथ कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल इंडिया की बैठक में शामिल हुई और ममता बनर्जी ने सीट बंटवारे को लेकर कई सारे प्रस्ताव दिये थे।
उन्होंने कहा, "जब पार्टी की न्याय यात्रा शुरू हुई तो कांग्रेस ने सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया था। अगर तृणमूल भी यात्रा में शामिल होने का फैसला करती है तो मुझे खुशी होगी। अगर वे अकेले लड़ने का फैसला करते हैं तो यह उनका विषय है, लेकिन कांग्रेस ने हमेशा स्पष्ट रूप से कहा है कि हम इंडिया गठबंधन के सभी राजनीतिक दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते हैं।"
इस बीच सीट बंटवारे के बवाल को देखते हुए बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वो इंडिया गठबंधन को लेकर कुछ भी नहीं कहेंगे।
उन्होंने कहा, "गठबंधन के संबंध में मुझे कुछ नहीं कहना है। मैं कल राहुल गांधी की न्याय यात्रा का स्वागत करने के लिए कूचबिहार जा रहा हूं। मुझे गठबंधन के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। उनसे पूछें कि गठबंधन पर किसने टिप्पणी की।"
इंडिया गठबंधन और ममता बनर्जी के साथ भगवंत मान के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, "सब कुछ ठीक है और अंत में इंडिया गठबंधन ते सभी सहयोगी मेज पर बैठेंगे और बात करके सभी मामलों को सुलझा लेंगे।"
सीट बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन में मचे बवाल पर एक अन्य सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की कार्यकारी प्रमुख सुप्रिया सुले ने कहा कि गठबंधन में कोई अंदरूनी कलह नहीं है और सभी पार्टियां "लगातार बातचीत" कर रही हैं। एनसीपी नेत्री सुले ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हम सभी की 'दीदी' हैं और विपक्षी गठबंधन के सदस्य उनका बहुत सम्मान करते हैं।
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने बीते बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी "बाघिन की तरह लड़ रही हैं" और उनकी लड़ाई उनके राज्य के लिए महत्वपूर्ण है। ठाकरे ने कहा, ''मुझे मीडिया से पता चला है, लेकिन मुझे देखने दीजिए कि ममता जी ने क्या कहा है। ममता जी बंगाल में शेरनी की तरह लड़ रही हैं, पश्चिम बंगाल में उनकी लड़ाई बेहद महत्वपूर्ण है।''