पटना: बिहार दौरे पर आए पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने रविवार को पटना के सदाकत आश्रम में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस देश में धार्मिक आधार पर आरक्षण का समर्थन नहीं करती है। संविधान इसकी इजाजत नहीं देता। कर्नाटक में मुस्लिमों को आरक्षण देने के कांग्रेस की राज्य सरकार के फैसले पर उन्होंने कहा कि मुस्लिम की कुछ जातियां आरक्षण के दायरे में आती हैं, इसलिए उन्हें आरक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमने कभी भी धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया।
जयराम रमेश ने कहा कि कर्नाटक और तेलंगाना में जो आरक्षण का प्रावधान है आर्थिक और सामाजिक स्तर पर दिया गया है। नागरिकता भी धर्म के आधार पर नहीं दी जा सकती है, लेकिन भाजपा ने दिया है। उन्होंने कहा कि केवल ध्यान भटकाने के लिए बयानबाजी की जा रही है। पीएम मोदी के चुनावी भाषणों में मंगलसूत्र, भैंस, मंदिर-मस्जिद पर बात हो रही है। वास्तविक मुद्दे पूरी तरह गायब हैं।
उन्होंने कहा कि लोकसभा के 369 सीटों पर चुनाव हो चुका है। शुरुआती दौर में ही साफ हो चुका था कि दक्षिण भारत में भाजपा साफ और उत्तर भारत में हाफ हो चुकी है। चार जून को नतीजे हमारे पक्ष में आएगा। हमारे कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह है। भाजपा की कोई लहर नहीं है, युवाओं और मजदूरों में नाराजगी है और निशाने पर पीएम मोदी हैं। पीएम मोदी जिस तरह मंदिर, मस्जिद और हिंदू मुस्लिम की बात कर रहे हैं वो बता रहा है कि वो ध्रुवीकरण में लगे हैं और सांप्रदायिक रंग देने में लगे हैं।
जयराम रमेश ने कहा कि 400 पार का नारा गायब है। पीएम मोदी को अंदाजा लग चुका है कि जमीनी स्तर पर कांग्रेस जीत रही है। हमारे वादे जनता को पसंद आ रहे हैं और उन्हें भरोसा हो रहा है। वो 400 पार का नारा दे रहे हैं और हम न्यूनतम मजदूरी दर 400 करने जा रहे हैं। हमारी गारंटी एक व्यक्ति की नहीं पार्टी की गारंटी है। तेलंगाना और कर्नाटक में किए वादे हमने पूरा किया। मोदी जी से सवाल है कि 400 पार का असल मकसद क्या है? 400 का पार लक्ष्य संघ का पुराना लक्ष्य है। इनका लक्ष्य मनुवादी संविधान लाने का है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जो गारंटियां दी हैं उससे भाजपा घबराई हुई है। धरातल पर इंडिया अलायंस को भारी समर्थन मिल रहा है।
जयराम रमेश ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी का पुराना लेख बताता है कि वो किस तरह आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। ये संविधान को बदलना चाहते हैं। पीएम मोदी ने अब तक जाति जनगणना पर अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है। पीएम स्पष्ट करें कि वे जाति जनगणना के पक्ष में हैं या विपक्ष में हैं? सुप्रीम कोर्ट ने 50 फीसद आरक्षण की सीमा तय की थी, पीएम मोदी ये बताएं कि क्या वे इसे 50 फीसद से आगे ले जाएंगे? उन्होंने कहा कि भाजपा की कोई लहर नहीं है।